एडीजी असीम अरुण ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की
प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह और चुनाव सह प्रभारी अनुराग ठाकुर ने दिलाई सदस्यता
अनुसूचित वर्ग और युवाओं के बीच बढ़ेगी भाजपा की पैठ
बोले असीम, सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास ही हमारा मंत्र
भाजपा में भी बेहतर करने का प्रयास करूंगा
अथाह ब्यूरो
लखनऊ । कानपुर के पहले पुलिस कमिश्नर रहे आईपीएस अधिकारी असीम अरुण रविवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गए। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह की मौजूदगी में पार्टी में शामिल हुए। सिंह ने पार्टी के प्रदेश मुख्यालय में असीम अरुण को पटका पहनाकर व फूलों का गुलदस्ता देकर उन्हें पार्टी में शामिल कराया।
इस अवसर पर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि असीम ने दलित, पिछड़े, वांछित समाज के सम्मान के लिए काम किया है। उनका करियर बेदाग है और अपराधी, माफिया और गुंडे उनसे खौफ खाते रहे हैं। उनके पिता श्रीराम अरुण ने भी डीजीपी रहते हुए बेहतर कार्य किया था। अपने पिता के रास्ते पर चलते हुए ही असीम अरुण यहां तक पहुचे। भाजपा ऐसे ईमानदार अधिकारी को सम्मान करती है और ऐसे लोगों को कार्य करने का अवसर देती है। वे सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास का मंत्र को लेकर आगे बढ़ेंगे और सर्व समाज के हित के लिए काम करेंगे। उनके आने से दलित-पिछड़े समाज का एक बड़ा वर्ग भाजपा से जुड़ेगा।
केन्द्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि युवाओं के लिए प्रेरणा और ईमानदार छवि वाले असीम अरुण का भाजपा में स्वागत है। आशा है कि वह अपनी नई पारी में भी लोकहित और युवाओं को प्रेरित करते रहेंगे। उन्होंने अरुण को युवाओं के लिए एक प्रेरणा भी बताया और कहा कि असीम एक ऐसा चेहरा हैं जो अनुभवी भी है, युवा भी है। करियर के दौरान एक भी दाग जिनके ऊपर नहीं है, जिनकी पहचान ही ईमानदारी हो, ऐसे युवा अपना लंबा करियर छोड़कर भाजपा में आ रहे हैं। ठाकुर ने कहा कि असीम अरुण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की योजनाओं से प्रेरणा लेकर यहां आए हैं।
भाजपा में शामिल होने को लेकर असीम अरुण ने कहा कि मैं आभारी हूं कि आज मुझे भाजपा में काम करने का मौका मिल रहा है। मेरी पूरी कोशिश भी रहेगी कि मैं यहां भी अपना बेहतर करने का प्रयास करूं। असीम अरुण ने यह भी कहा कि मैं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी धन्यवाद देना चाहता हूं, जिन्होंने प्रदेश भर में कानून का एक बेहतर माहौल तैयार किया। पुलिस अधिकारियों को या सभी को पूरी ईमानदारी से काम करने की प्ररेणा दी। मैं पूरी ईमानदारी से आपको बता सकता हूं कि पिछले पांच वर्ष में पुलिस के लिए बिना किसी दबाव के काम करने का इससे बेहतर अवसर कभी नहीं रहा ।