स्वास्थ्य मंत्रालय का राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को पत्र
संसद के बजट सत्र पर कोरोना का साया
राज्यसभा और लोकसभा के महासचिवों से मांग सुझाव
अथाह ब्यूरो
नई दिल्ली। देश में तेजी से बढ़ रहे कोरोना के मामलों को लेकर केंद्र सरकार पूरी तरह सतर्क है। सोमवार को केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने इस संबंध में राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को पत्र लिखा है। उन्होंने कहा कि पांच से 10 प्रतिशत सक्रिय मामलों को अब तक अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता है। कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए संसद के बजट सत्र पर कोरोना का साया मंडराने लगा है। इस मामले में राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने दोनों सदनों के महासचिवों को कोरोना प्रसार के मौजूदा परिदृश्य की समीक्षा करने और आगामी बजट सत्र के सुरक्षित संचालन के लिए प्रभावी उपाय सुझाने का निर्देश जारी किया है। वहीं तीसरी लहर उत्तर प्रदेश में तेजी से पैर पसार रही है। ओमिक्रान वैरिएंट के साथ ही कोरोना वायरस संक्रमण के बीते 24 घंटे में 8334 नए संक्रमित मिले हैं। इससे स्वास्थ्य विभाग की नींद उड़ी हुई है।
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को लिखे पत्र में कहा कि देश में कोरोना संक्रमण के दूसरी लहर के दौरान अस्पताल में देखभाल की जरूरत वाले सक्रिय मामलों का प्रतिशत 20-23 प्रतिशत के बीच था। उन्होंने कहा कि देश के विभिन्न हिस्सों में कोरोना के मामलों में वृद्धि ओमिक्रोन वैरिएंट के साथ-साथ डेल्टा के मामलों में बढ़ोतरी जारी है। इस संबंध में राज्यों और केंद्र शासितप्रदेशों को कोविड प्रबंधन व मानव संसाधन को लेकर विशेष रूप से स्वास्थ्य कर्मियों को बढ़ाने पर जोर दिया गया है। भूषण ने कहा कि कोरोना के मौजूदा उछाल में पांच से 10 प्रतिशत सक्रिय मामलों में अब तक अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता है। यह स्थिति तेजी से और बढ़ रही है। इसलिए अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता भी तेजी से बदल सकती है। बता दें कि देशभर में कोरोना के मामले रिकार्ड स्तर पर दर्ज किए जा रहे हैं। बीते 24 घंटों के अंदर देश में कोरोना के 1 लाख 79 हजार 723 नए मामले सामने आए हैं। इस दौरान 46,569 मरीज कोरोना से रिकवर भी हुए हैं। कोरोना के चलते पिछले 24 घंटों के अंदर 146 लोगों की मौत हुई है।
राजधानी दिल्ली में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए संसद के बजट सत्र पर कोरोना का साया मंडराने लगा है। हालांकि राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने दोनों सदनों के महासचिवों को कोरोना प्रसार के मौजूदा परिदृश्य की समीक्षा करने और आगामी बजट सत्र के सुरक्षित संचालन के लिए प्रभावी उपाय सुझाने का निर्देश जारी किया है। उल्लेखनीय है कि राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला की ओर से ये सुझाव ऐसे वक्त में मांगे गए हैं जब लोकसभा और राज्यसभा सचिवालयों और संबद्ध सेवाओं से जुड़े करीब 400 कर्मचारी पिछले कुछ दिनों में कोविड-19 से संक्रमित पाए गए हैं। नतीजतन कर्मचारियों को कार्यालय आने से रोक दिया गया है। आमतौर पर बजट सत्र जनवरी के अंत में शुरू होता है। यह घटनाक्रम संसद के बजट सत्र से पहले सामने आया है। सूत्रों की मानें तो लोकसभा सचिवालय के 200 कर्मचारी, राज्यसभा सचिवालय के 65 कर्मचारी और संबद्ध सेवाओं के 133 कर्मचारी गत चार जनवरी से आठ जनवरी के बीच नियमित कोविड जांच में संक्रमित पाए गए। आलम यह है कि राज्यसभा सचिवालय ने कर्मचारियों और अधिकारियों की उपस्थिति पर प्रतिबंध लगा दिया है। राज्यसभा के कर्मचारियों में विकलांग और गर्भवती महिलाओं को कार्यालय आने से छूट दी गई है। यही नहीं भीड़भाड़ से बचने के लिए सचिवालय के शुरू और बंद होने का समय बदला गया है। जारी सर्कुलर के मुताबिक सभी आधिकारिक बैठकें डिजिटल माध्यम से होंगी। वहीं लोकसभा सचिवालय ने अपने सर्कुलर में कहा है कि अवर सचिव स्तर से नीचे के 50 फीसद अधिकारी अपने संबंधित निदेशकों की ओर से तय किए गए रोटेशन के अनुसार कार्यालय में उपस्थित रहेंगे।
यूपी में 8334 नए मामलों की पुष्टि
देश के सबसे बड़े राज्य यूपी में कोरोना वायरस संक्रमण की तीसरी लहर तेजी से पैर पसार कर रही है। ओमिक्रान वैरिएंट के साथ ही कोरोना वायरस संक्रमण के बढऩे से सरकार ने भी बचाव पर जोर देने का आग्रह किया है। प्रदेश में बीते 24 घंटे में 8334 नए संक्रमित मिले हैं। इस तरह से अब प्रदेश में कोरोना वायरस के 33946 एक्टिव केस हैं। प्रदेश के अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि बीते 24 घंटों में दो लाख एक हजार 465 सैम्पल की जांच में 8334 नए संक्रमितों की पुष्टि हुई। बीते 24 घंटे की जो टेस्ट रिपोर्ट आई है, उसमें गाजियाबाद में सर्वाधिक 1385 नए केस मिले हैं। इस दौरान चार लोगों ने कोरोना वायरस संक्रमण के कारण दम तोड़ा है। प्रयागराज, सोनभद्र, मेरठ तथा बुलंदशहर में एक-एक की मृत्यु हुई है। गाजियाबाद के बाद गौतमबुद्धनगर में 1223, लखनऊ में 1114 तथा मेरठ में 1071 नए संक्रमित मिले हैं। गौतमबुद्धनगर में 5799, लखनऊ में 4702, गाजियाबाद में 4614, मेरठ में 3556, वाराणसी में 1592, आगरा में 1216 तथा मुरादाबाद में 1085 एक्टिव केस हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि यह वैरिएंट पूर्व के वैरिएंट्स की तुलना में बहुत कम नुकसानदेह है। वैक्सीन कवर ले चुके स्वस्थ-सामान्य व्यक्ति के लिए बड़ा खतरा नहीं है। कोरोना प्रोटोकॉल का हर हाल में अनुपालन जरूरी है। घबराने की नहीं, सावधानी और सतर्कता की जरूरत है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह हुए कोरोना पॉजिटिव
नई दिल्ली। देश में कोरोना तेज रफ्तार के साथ पांव पसार रहा है। अब 70 वर्षीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी कोरोना पाजिटिव हो गए हैं। उन्होंने ट्वीट कर लिखा है कि मैं आज हल्के लक्षणों के साथ कोरोना पाजिटिव आया हूं। मैं होम क्वारंटाइन में हूं। मैं उन सभी से अनुरोध करता हूं जो हाल ही में मेरे संपर्क में आए हैं, खुद को अलग करने और टेस्ट करने का अनुरोध करता हूं। आठ जनवरी को राजनाथ सिंह ने एक वेबिनार को संबोधित किया था, जिसमें 100 नए सैनिक स्कूलों को लड़कियों को सशस्त्र बलों में शामिल होने का अवसर प्रदान किया गया था। इससे पहले गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय और स्वास्थ्य राज्य मंत्री भारती पंवार भी कोरोना पाजिटिव रह चुके हैं।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कोरोना पॉजिटिव
पटना। बिहार में कोरोनावायरस की चेन थमने का नाम नहीं ले रही है। राज्य के हर जिले में संक्रमण पहुंच गया है। ओमिक्रोन के मामले भी बिहार में आ चुके हैं। सोमवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कोरोना पाजिटिव हो गए हैं। सीएम ने सुबह एंटीजन टेस्ट में करवाया था, जिसमें वह निगेटिव थे। उसी समय नीतीश ने अरटीपीसीर जांच के लिए भी सैंपल दे दिया था, जिसमें रिपोर्ट पाजिटिव आई है। डाक्टरों की सलाह पर मुख्यमंत्री होम आइसोलेशन में हैं। सीएम ने प्रदेशवासियों से कोविड अनुकूल व्यवहार करने की अपील की है। इसके साथ ही विशेष सावधानी बरतने के लिए कहा है। नीतीश अबतक पहली और दूसरी लहर में कोरोना संक्रमित नहीं हुए थे।