अथाह ब्यूरो,
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि समाजवादी पार्टी का झंडा क्रांति का प्रतीक है। समाजवादी पार्टी के झंडे से भाजपा डरती है। इसे रेड एलर्ट बताने वाले खुद इससे भड़के हुए हैं तभी तो भाजपा नेतृत्व समाजवादी झण्डे के बारे में अवांछनीय टिप्पणी करती है जबकि लाल झंडा परिवर्तन का संकेत है। कार्यकतार्ओं के संघर्ष का खून पसीना इसमें शामिल है।
उन्होंने कहा भाजपा अपने जन्म काल से ही यथास्थितिवाद की पोषक रही है। भाजपा से किसी परिवर्तन की आशा नहीं की जा सकती है। भाजपा की विचारधारा जड़ता की शिकार है। समाज परिवर्तन के लिए छटपटा रही है। भाजपा समाज को कुछ भी नया देने की क्षमता खो चुकी है। भाजपा अपनी राजनीतिक संकीर्णता के कारण कुंठित हो गयी है। उन्होंने कहा समाजवादी पार्टी का झंडा लगाओं अभियान भाजपा के झूठ-फरेब से जनता को जागरूक करने और समाजवादी नीतियों से लोगों को परिचित कराने की दिशा में एक सार्थक प्रयास है।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के निर्देश पर 15 से 25 दिसम्बर तक समाजवादी पार्टी का झंडा लगाओं अभियान सफलता पूर्वक सम्पन्न हुआ। इस दौरान उत्तर प्रदेश के सभी विधानसभाओं में बूथ कार्यकतार्ओं, समर्थकों तथा शुभचिंतकों के घरों पर 10 लाख के लगभग झंडे लगाये गये। विधानसभा निर्वाचन 2022 के लिये चुनाव कार्यक्रमों की घोषणा के पूर्व समाजवादी पार्टी का झंडा लगाओं अभियान चलता रहेगा।
उक्त कार्यक्रम के अंतर्गत लखनऊ में आज समाजवादी पार्टी का झंडा लगाओं अभियान के अंतर्गत पूर्व कैबिनेट मंत्री राजेन्द्र चौधरी ने डा. आशुतोष वर्मा द्वारा आयोजित कार्यक्रम में समाजवादी पार्टी का झंडा लगाया। इस अवसर पर मुकेश शुक्ला, दीपक रंजन, पूजा शुक्ला, डा. सीमा सिंह, नवीन धवन, देवेन्द्र यादव जीतू, महेन्द्र यादव, चांद सिद्दीकी, प्रो0 आनित्य गौरव, डॉ0 अंशू चौधरी, आर.के. मौर्य, आलोक यादव, सगीर अहमद, अवधेश वर्मा, अदनान, हिमांशु संघर्षी, ललित कश्यप, सहित अन्य प्रमुख लोग उपस्थित रहे।