अथाह संवाददाता
नई दिल्ली। बंगाल की खाड़ी में बना चक्रवात जवाद धीरे-धीरे कमजोर हो रहा है। मौसम विभाग के अनुसार, चक्रवात अभी तीन से चार किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से चल रहा है। ऐसे में तट से टकराने के बाद यह ज्यादा तबाही नहीं मचाएगा। चक्रवाती तूफान के कारण पुरी में भारी बारिश हो रही है। हालांकि तूफान के कमजोर पड़ने से नुकसान की संभावना कम है लेकिन मौसम विभाग ने इसे लेकर अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग ने दोपहर के आसपास पुरी के पास ओडिशा तट पर चक्रवाती तूफान जवाद के कारण भूस्खलन की संभावना जताई है। इसके चलते पश्चिम बंगाल में एनडीआरएफ की 18 टीमें तैनात की गई हैं।
इससे पहले शनिवार को भी ओडिशा, आंध्र प्रदेश और बंगाल के तटवर्ती इलाकों में दिन भर रुक-रुक कर बारिश होती रही और आसमान में बादल छाए रहे। विभाग ने रविवार को भी इन इलाकों में बारिश की संभावना जताई है। बदले मौसम से तापमान में भी गिरावट आई है। चक्रवात के अब रविवार दोपहर में पुरी तट से टकराने की उम्मीद है। सतह से टकराते समय हवा की अधिकतम गति 60 से 70 किमी प्रति घंटे तक हो सकती है।
मौसम विभाग के अनुसार, चक्रवात समुद्र के अंदर कमजोर होकर उत्तर, उत्तर पश्चिम दिशा की तरफ गति कर रहा है। कम दबाव के प्रभाव से कुछ जिलों में भारी बारिश होगी। उधर, तूफान के कमजोर होने की खबर मिलते ही पुरी में समुद्र के किनारे विभिन्न होटलों में रह रहे पर्यटक समुद्र में नहाने तथा मौज मस्ती करने के लिए सी बीच पर पहुंच गए। प्रशासन ने रेड अलर्ट जारी करते हुए उन्हें हटाया।
मौसम वैज्ञानिक उमाशंकर दास ने बताया कि जवाद के प्रभाव से पारादीप में सर्वाधिक बारिश 68 मिमी, पुरी में 45 मिमी, भुवनेश्र्वर में 10 मिमी बारिश हुई है। इसके अलावा पूरे प्रदेश में बारिश का दौर जारी है। शनिवार सुबह से पुरी जिले में सर्वाधिक 26 किमी प्रति घंटा और पारादीप में 10 किमी प्रतिघंटा और गोपालपुर में 15 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल रही हैं। समय के साथ तटीय जिलों में हवा की गति बढ़ेगी।