ओमिक्रॉन की आहट से प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग सतर्क
अथाह संवाददाता,
गाजियाबाद। कोविड के नए वेरियंट ओमिक्रॉन की आहट से जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग सतर्क हो गया है। जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह इस संबंध में शुक्रवार को अंतर्विभागीय बैठक करेंगे। सभी विभागों को इस संबंध में जिलाधिकारी की ओर से पत्र भेजा गया है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डा. भवतोष शंखधर ने बताया जिलाधिकारी के निर्देशन में सभी विभाग मिलकर कोविड की तीसरी लहर से निपटने की तैयारी करेंगे। उन्होंने बताया विदेश से आए लोगों की लगातार निगरानी की जा रही है, हालांकि अभी तक जिले में ऐसा कोई मामला सामने नहीं आया है, लेकिन प्रदेश सरकार से मिली गाइडलाइन के मुताबिक स्वास्थ्य विभाग अपनी तैयारियों में जुटा हुआ है। आमजन को डरने की नहीं, बल्कि सतर्क रहने की जरूरत है। कोविड प्रोटोकॉल का अच्छे से पालन करें।
सीएमओ ने बताया मॉस्क ही कोविड के नए वेरियंट ओमिक्रॉन से भी बचाव करेगा। उन्होंने जनपद वासियों से अपील की है कि अच्छे से मुंह और नाक को ढकते हुए मॉस्क लगाने के बाद ही घर से निकलें और सार्वजनिक स्थानों पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें। मॉस्क लगाने के बाद भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना जरूरी है। दो लोगों में कम से दो गज की दूरी होनी चाहिए। आजकल शादी ब्याह का सीजन है, ऐसे में मॉस्क और सोशल डिस्टेंसिंग बहुत ही जरूरी है। किसी से मिलें तो बेहतर हो कि खुले में ही बैठकर बातें करें। बंद कमरे में किसी से मिलने से परहेज ही करें तो अच्छा है, मिलना पड़े तो मॉस्क अच्छे से पहने रहें। अनावश्यक रूप से किसी चीज को छूने से बचें और ऐसा करने पर अपने हाथों को सेनेटाइज करना न भूलें। घर में जाएं तो सबसे पहले साबुन-पानी से हाथ धोना न भूलें।
संयुक्त जिला अस्पताल और संतोष अस्पताल में 20-20 बेड रिजर्व
जिला सर्विलांस अधिकारी (डीएसओ) डा. राकेश गुप्ता ने बताया कि शासन के निर्देश पर संजय नगर स्थित संयुक्त जिला अस्पताल और संतोष अस्पताल में ओमिक्रॉन संक्रमितों के लिए 20-20 बेड आरक्षित रखे गए हैं। बता दें कि संतोष अस्पताल को जिला प्रशासन की ओर से अधिग्रहीत किया हुआ है, सरकारी स्तर पर यह कोविड एल-3 फैसिलिटी पूरी तरह निशुल्क है, जबकि एल-2 स्तर की फैसिलिटी संयुक्त जिला अस्पताल में है। इसके अलावा यशोदा अस्पताल में पेड कोविड फैसिलिटी उपलब्ध है।