… यदि टिकिट नहीं मिला तो आप लोग आते हुए शरमाओगे
एक अस्पताल के कार्यक्रम में प्रदेश के कानून मंत्री पंडितजी को आने में देरी हुई तो स्थानीय मंत्री जी पत्रकारों से चुटकी लेने में जुट गये। हालांकि यह उनकी आदत है। उन्होंने पत्रकारों से कहा दिसंबर माह में चाट एवं गोल गप्पे की दावत देंगे। शर्त यह है कि परिवार के साथ आना होगा। साथ ही मंत्री जी ने कहा पता नहीं चुनाव में टिकिट मिले या नहीं। यदि नहीं मिलेगा तो आप लोगों को आने में संकोच होगा। लेकिन इसी बीच एक पत्रकार ने कहा ऐसा नहीं है आप बुलाओगे तो तब भी आयेंगे। यह सुनकर मंत्री जी ने तपाक से कहा आप लोग तो चाहते ही हो मुझे टिकिट न मिले। हालांकि मंत्री जी बात सुनकर वहां चर्चा शुरू हो गई कि क्या मंत्री जी को टिकिट कटने का डर सता रहा है।
अपने-अपने को बुलाओगे …
राष्ट्रीय लोक दल की प्रेस वार्ता के दौरान एक-एक करके नेताओं के संबोधन का क्रम चल रहा था, तभी एक वरिष्ठ नेता ने कार्यक्रम के संचालक पर आरोप लगाते हुए कहा कि अपने-अपने को बुलाओगे और दूसरों का नंबर नहीं आने दोगे। कार्यक्रम का संचालन कर रहे नेता ने समझाने की कोशिश की किंतु वरिष्ठ नेता अपनी कुर्सी छोड़ वहां से चल दिए। गहमागहमी का माहौल देख महानगर अध्यक्ष भी अपनी कुर्सी छोड़ साइड हो गए। एक और जहां प्रेस वार्ता के दौरान कहा गया कि पार्टी में कोई गुटबाजी नहीं है वही इस घटना से यह तो स्पष्ट हो गया कि पार्टी में अलग-अलग गुट बने हैं। बता दें कि वही ऐसे ही एक कार्यक्रम के दौरान जब दो नेताओं में आपसी बहस हुई थी तो निष्कासन का सामना करना पड़ा था। और अब यह माहौल देखकर कुछ नेता उस स्थान से दाएं बाएं हो लिए।