… जनरल से क्यों दूरी रखी आयोजकों ने
बीती शाम शहर में एक कवि सम्मेलन का आयोजन हुआ। आयोजकों ने स्थानीय मंत्री, उच्च सदन के सदस्य समेत पांच में से चार विधायकों की फोटो लगाने के साथ ही एक एमएलसी की फोटो भी लगाई। लेकिन पूरे परिदृष्य से भाजपा के जनरल गायब रहे। जबकि आयोजकों में हिंदी संस्थान के साथ ही भाजपा नेता द्वारा चलाया जा रहा एक संगठन भी इसमें शामिल है। बावजूद इसके जनरल साहब को क्यों नहीं बुलाया गया यह सवाल सबके सामने मुंह बांये खड़ा था। हालांकि मुख्य अतिथि इसी फूल वाली पार्टी के क्षेत्रीय अध्यक्ष जो मेरठ के साथ ही नोएडा एवं शामली में रहते हैं को बनाया गया। अब यह तो समझा जा सकता है कि क्षेत्रीय अध्यक्षी जी आयेंगे तो स्थानीय नेताओं की तो मजबूरी होगी उनके सम्मान में पहुंचना। लेकिन जिले के चार विधायकों को बुलाया इनमें पहुंचा एक भी नहीं इसको भी जनरल से जोड़कर देखा जा रहा है। मतलब जनप्रतिनिधियों में से महापौर को छोड़कर कोई नहीं पहुंचा। इसको लेकर क्या कहा जाये। जितने मुंह उतनी बात।
… सांप निकलने के बाद लाठी पीट रहा नगर निगम
सरकारी विभागों की कार्यशैली को भी सलाम है। छठ पर्व पर नगर निगम ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। श्रद्धालुओं के लिए छठ घाट बनवाए, उनका सौंदर्यीकरण किया और गाजे-बाजे के साथ छठ पर मनाने के लिए वह सारे इंतजाम किए, जिसकी पूर्वांचल व भोजपुरी समाज को आवश्यकता थी। लेकिन त्यौहार का रंग उतरते ही स्थानीय निकाय पर भी कार्यवाही का रंग चढ़ गया है। दरअसल कौशांबी अंतरिक्ष ग्रीन सोसाइटी के सामने तिकोना पार्क है जिसमें पूर्वांचल समाज के लोगों ने छठ पर्व मनाने के लिए घाट का निर्माण कर दिया, लेकिन तीन दिन तक चलने वाले पर्व के दौरान नगर निगम के किसी भी कर्मचारी और अधिकारी को इसका इल्म तक नहीं हुआ, जबकि पूरा अमला छठ पर्व को संपन्न कराने में जुटा हुआ था। अब जाकर नगर निगम को सुध आई है और पता चला है कि किसी ने पार्क में गड्ढा कर दिया है, इसलिए अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करा दी गई है। वाह रे नगर निगम।