लापरवाही न बन जाये तीसरी लहर का कारण
इन दिनों बाजारों के साथ ही सार्वजनिक कार्यक्रमों को देखकर ऐसा लगता है कि जैसे कभी कोरोना नाम की कोई बीमारी देश में थी ही नहीं। बाजार हो अथवा सार्वजनिक कार्यक्रम इक्का दुक्का लोग ही मास्क लगाये नजर आते हैं। लेकिन ये लोग भी सामाजिक दूरी के नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं।
जबकि देश के अनेक हिस्सों में लगातार कोरोना के मामले फिर से बढ़ने लगे हैं। इतना ही नहीं मौतों की संख्या भी एक बार फिर से बढ़ने लगी है। कोरोना को लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी सभी को सचेत करते हुए निगरानी बढ़ाने के साथ ही जांच बढ़ाने एवं साथ ही समितियों को फिर से सक्रिय होने के निर्देश दिये हैं।
कोरोना को लेकर उनकी चिंता का पता इससे लगता है कि उन्होंने इसी मुद्दे पर टीम 9 की बैठक की। आम जनता को यह समझना होगा कि कोरोना नामक जीवन लील लेने वाली बीमारी अभी समाप्त नहीं हुई है। चीन, रूस समेत अन्य देशों की स्थिति को देखकर इसकी भयावहता का अंदाजा लगाया जा सकता है। यदि इसी प्रकार की लापरवाही जारी रही तो यह कहा जा सकता है कि कोरोना को आमंत्रित किया जा रहा है।
यदि कोरोना से बचना है तो एक बार फिर से मास्क एवं शारीरिक दूरी के नियमों की तरफ ध्यान देना होगा। कहीं ऐसा न हो कि आम जनता की लापरवाही तीसरी बार एक और लॉक डाउन को निमंत्रण खुद ही आमंत्रित कर दें। बाकि देश की जनता को समझदार है ही!