… आखिर कौन है जो श्रीमती वाड्रा को हीरो बनाने पर तुला है!
कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव एवं उप्र की प्रभारी प्रियंका वाड्रा को हीरो बनाने पर आखिर कौन तुला है। कौन है जो पहले श्रीमती वाड्रा को रोकने की रणनीति बनाता है, हिरासत में लिया जाता है इसके बाद जाने की छूट मिल जाती है।
लखीमपुर खीरी मामले के बाद अब आगरा जाने के दौरान भी प्रियंका के साथ ऐसा ही हुआ। पहले रोका गया, फिर हिरासत में लिया गया तथा अंत में आगरा जाने की अनुमति प्रदान कर दी गई। ऐसा होने पर जिलों में बैठे कांग्रेसियों को भी आंदोलन करने का मौका मिल जाता है।
इससे कांग्रेस न होते हुए भी चर्चा में आ जाती है। हालांकि भाजपा के जानकार इस बात को नहीं मानते कि कोई प्रियंका को हीरो बनाने का प्रयास कर रहा है। लेकिन है कुछ ऐसा ही। यदि प्रियंका या कांग्रेस प्रदेश में बढ़ती है तो इसका सीधा नुकसान भाजपा के साथ ही सपा को भी होता है।
यदि यह सोची समझी रणनीति के तहत हो रहा है तो कोई कांग्रेस को चाहने वाला अधिकारी ही ऐसा कर सकता है। सरकार को समझाया जा सकता है कि प्रियंका को हीरो बनाकर सपा को कमजोर किया जा रहा है। लेकिन हकीकत यह है कि इससे भाजपा को भी नुकसान होना तय है।
चाहे कोई इस तथ्य को माने अथवा नहीं, लेकिन यह हकीकत है। राजनीति के जानकारों का मानना है यदि प्रियंका की राह पर अखिलेश निकल जाये तो उन्हें अवश्य बड़ा लाभ मिल सकता है। लेकिन शायद अभी वे फ्रंट फुट पर आकर बैटिंग करने को तैयार नहीं है। शायद वक्त का इंतजार कर रहे हैं। लेकिन भाजपा को प्रियंका वाड्रा के पहलू का गहराई से अध्ययन करने की आवश्यकता है। यदि कांग्रेस आगे बढ़ी तो भाजपा के लिए आने वाला समय कठिन हो जायेगा।