… इन्हें पता नहीं है कि ये नदी से निकलकर समुद्र में आ चुके हैं
पिछले दिनों एक पार्टी के जिले के मुखिया पार्टी बदलकर फूल वाली पार्टी में शामिल हो गये। यह कहने में कोई संकोच नहीं कि नेताजी कि हसरत जिले की मोदीनगर सीट पर दो दो हाथ करने की है। अब नेताजी एक- एक कर पार्टी के अध्यक्षों के यहां हाजिरी लगा रहे हैं। इन मुलाकातों में उनकी बिरादरी के ही एक पदाधिकारी रास्ता दिखा रहे हैं। लेकिन मुलाकातों में वह गरमी नजर नहीं आ रही जो नयी आमद करने वाले दिखाते हैं। हालांकि वे साइकिल वाली पार्टी से राजनीति शुरू कर फूल वाली पार्टी में पहुंचे हैं। वहां पर भइया के अलावा गिनती के लोगों के यहां जाना पड़ता था। जिस पार्टी से वे आये वहां चाचा ही सबकुछ। एक भाजपा कार्यकर्ता चुटकी लेते हैं कि नदी से निकलकर समुद्र में आये हैं तो पता चलेगा कहां कहां मत्था टेकना है। अभी तो मत्था टेकना भी ठीक से नहीं आया है। ऐसे में समुद्र की लहरों से कैसे बचेंगे।
… यह कहीं टिकट पाने की एक्सरसाइज तो नहीं
मुरादनगर में 16 अक्टूबर को नल वाली पार्टी के चौधरी साहब की जन आशीर्वाद सभा है, जिसे सफल बनाने के लिए राष्ट्रीय लोक दल के तमाम नेता जुटे हुए हैं। कुछ नेता चौधरी साहब की नजर में अपने नंबर बढ़ाने के लिए अलग ही हथकंडे अपना रहे हैं? एक ही सभा की तीन अलग-अलग प्रेस रिलीज जारी की जा रही है। अब सवाल यह उठता है कि अपने अपने नेतृत्व वाली प्रेस रिलीज जारी करके क्या टिकट हासिल हो जाएगा। इनमें तो एक नेता ऐसा भी है, जो गाजियाबाद में अपने आॅफिस पर बैठकर ही अखबारों की सुर्खियों में बना रहना चाहता है। ऐसे में आप ही समझ सकते हैं कि टिकट पाने की दौड़ में ये नेता हकीकत में कितनी मेहनत कर रहे होंगे? और इन्हें चौधरी साहब की सभा की सफलता की कितनी चिंता है? कुछ तो दबी जुबान में कह रहे हैं कि यह सब 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव में टिकट पाने की एक्सरसाइज है।