– निर्वाचन कार्य में भाग न लेने पर एडीएम प्रशासन ने अपनाया कड़ा रुख
– लोनी विधानसभा क्षेत्र के दो दजर्न बीएलओ को दिया वेतन रोकने का अल्टीमेटम
– गरुड ऐप डाउनलोड प्रशिक्षण लेने नहीं पहुंचे थे जीडीए के कई अवर अभियंता
अथाह संवाददाता
गाजियाबाद। निर्वाचन कार्य में शिथिलता बरते जाने को लेकर एडीएम प्रशासन ऋतु सुहास ने गंभीरता से लिया है। मतदाता पुनरीक्षण कार्य में लगे सुपरवाइजर, बीएलओ द्वारा अपने-अपने कार्यों को संतोषजनक तरीके से संपादन न करने के मामले में कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। अपर जिलाधिकारी प्रशासन के कड़े रुख के बाद जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने लोनी के खंड विकास अधिकारी समेत 25 अध्यापकों व शिक्षामित्रों को भी कड़ा पत्र जारी किया है। इन शिक्षा मित्रों व शिक्षकों को चेतावनी दी गई है कि यदि वे अपने-अपने बूथों पर नहीं मिले तो उनके खिलाफ वेतन रोकने की भी कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
जिला निर्वाचन अधिकारी/जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह के निर्देशन में एडीएम प्रशासन द्वारा निर्वाचन का कार्य कराया जा रहा है। एडीएम प्रशासन ऋतु सुहास के निर्देश पर उपजिलाधिकारी द्वारा 25 सितंबर को निर्वाचन कार्य में लगाए गए सुपरवाइजरों को गरुड ऐप डाउनलोड करने के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया था। प्रशिक्षण केन्द्र के प्रभारी तहसीलदार ने गैर हाजिर रहने वाले जीडीए व लोकनिर्माण विभाग के अधिकारियों की सूची प्रेषित की गई। जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने प्रशिक्षण में गैर हाजिर सुपरवाइजरों के मामले को गंभीरता से लिया और कड़ी कार्रवाई के निर्देश जारी किए। जिस पर एडीएम प्रशासन के निर्देश पर साहिबाबाद क्षेत्र में तैनात किए गए सुपरवाइजर जीडीए के अवर अभियंता अनिल कुमार शर्मा, अरुण कुमार, गणेश चंद, अजय कुमार सिंघल, आदेश्वर प्रसाद, अनिल कुमार, अजय कुमार व लोक निर्माण विभाग खंड टू के अवर अभियंता नकुल कौशिक को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। कारण बताओ नोटिस में कहा गया है कि प्रशिक्षण में आपके द्वारा प्रतिभाग न किए जाने से आपके बूथों पर लगाए गए बीएलओ भी गरुण ऐप डाउलोड का कार्य नहीं कर पाएंगे, यह निर्वाचन कार्य में घोर लापरवाही है। इसी क्रम में लोनी विधानसभा क्षेत्र में लगाए गए शिक्षा मित्र व शिक्षकों के द्वारा निर्वाचन के कार्य को गंभीरता से न लेने, बूथों से गायब रहने के प्रकरण में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने खंड शिक्षा अधिकारी को कड़ा पत्र लिखते हुए उक्त के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने को कहा है। ऐसे 25 शिक्षक व शिक्षा मित्रों को कड़ी चेतावनी दी गई है कि यदि उन्होंने निर्वाचन के कार्य को सुचारू रूप से नहीं किया तो उनका वेतन भी रोका जा सकता है। अपर जिलाधिकारी प्रशासन ऋतु सुहास ने कहा है कि निर्वाचन कार्य बेहद अहम है, इसलिए इस कार्य में जिन कार्मिकों की ड्यूटी लगाई गई है उन्हें गंभीरता से अपना कार्य करना होगा, ऐसा न किए जाने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।