Dainik Athah

जात-बिरादरी से ऊपर है राष्ट्रधर्म- योगी आदित्यनाथ

– दादरी में मुख्यमंत्री ने सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा का किया अनावरण

– पश्चिमी उत्तर प्रदेश ने काफी दर्द झेला है और दर्द देने वाले चेहरे को भूलना नहीं है


अथाह संवाददाता
गौतमबुद्धनगर। दादरी में सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा का अनावरण करने आए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अफगानिस्तान में तालिबानी कब्जे का उदाहरण देते हुए कहा कि हमारे लिए राष्ट्रधर्म सबसे पहला धर्म होना चाहिए। हमारी जाति अलग हो सकती है, उपासना अलग हो सकती है, लेकिन हमें एकजुट होकर एक भारत, श्रेष्ठ भारत की संकल्पना को साकार करना होगा, अगर राष्ट्र पर कोई आंच आयी तो कोई सुरक्षित नहीं होगा। राष्ट्रधर्म के लिए सभी एकजुट रहें और जाति-बिरादरी में ना बंटे। अगर बंटे तो देश सुरक्षित नहीं रहेगा।


उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को मिहिर भोज पीजी कालेज दादरी में आयोजित कार्यक्रम में 12.12 करोड़़ रुपये की परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। जिनमें प्रधानमंत्री जन विकास कार्यक्रम के तहत राजकीय इण्टर कालिज दादरी, सद्भाव मण्डप, मिहिर भोज पीजी कालेज में तीन साईंस लैब का निर्माण की परियोजनाओं का शिलान्यास एवं श्यामा प्रसाद मुखर्जी रूर्बन मिशन के तहत 14 विद्यालयों में एक-एक कम्प्यूटर लैब की स्थापना, ग्राम खटाना व आनंदपुर में सामुदायिक केन्द्र के निर्माण की परियोजनाओं का लोकार्पण सम्मिलित हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास’ के साथ-साथ आत्मनिर्भर भारत की अवधारणा को अंगीकृत करते हुए उत्तर प्रदेश को स्वच्छ, स्वस्थ, समर्थ तथा सर्वोत्तम प्रदेश बनाने के लिए पूर्ण रूप प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि सम्राट मिहिर भोज ने यही सिखाया था, उनका यही संदेश था कि एकजुट रहो और देश के लिए सोचो। दादरी में प्रथम बार आये मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इतिहास की याद दिलाते हुए कहा कि देश में गुलामी का कारण था कि हम अलग-अलग थे। हम जाति के बंधन में बंधे थे। हम संप्रदाय के बंधन में बंधे थे। कोई भी विदेशी आक्रांता आता था, वो हमारी फूट का फायदा उठाकर राज करता था। लेकिन अब हमें नहीं बंटना है। मुख्यमंत्री ने धन सिंह कोतवाल, पन्ना धाय, राव उमराव सिंह, रोशन सिंह जैसे महापुरुषों के बलिदान के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि आज हम देश की आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं और एेसे महापुरूषों को याद कर रहे हैं, जिन्होंने अपने कालखंड में महत्वपूर्ण काम किए।


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश ने काफी दर्द झेला है और यह दर्द देने वाले चेहरे भी आपके ही बीच के थे। जिन्हें नहीं भूलना और इतिहास में हुई गलतियों से सबक लेना है। 2014 में जब पश्चिमी उत्तर प्रदेश में आाते थे तो यहां पर ना बेटी सुरक्षित थी और ना ही व्यापार। माताएं और बहनें बेटियों की सुरक्षा को लेकर चितिंत रहती थी और उनका सवाल होता था कि क्या कभी यहां पर सुरक्षा का वातावरण हो पायेगा और वह निश्चिंत होकर अपनी बेटियों को स्कूल भेज पायेंगे। कांवड़ यात्रा, दुर्गा पूजा नहीं होने दी जाती थी। मंच पर ही बैंठे हैं सुरेन्द्र नागर जिनका डेयरी का कारोबार है, वह भी बूचड़खानों से परेशान थे। लेकिन हमारी सरकार के आने के बाद सबसे पहले अवैध बूचड़खाने बंद किए गये और बेटियों की सुरक्षा के लिए वातावरण तैयार किया गया। आज सभी निश्चिंत हैं। सरकार के बीते साढ़े चार साल के कार्यकाल में कहीं कोई दंगा नहीं हुआ है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा के शासनकाल में अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण हो रहा है, क्या 1947 के बाद देश में कोई ऐसी सरकार नहीं बनी थी, जो 5 सौ साल से चली आ रही इस समस्या का समाधान कर सके। समस्या का समाधान इच्छा शक्ति से होता है और इसके लिए सरकार का दृढ़ निश्चयी होना भी जरूरी है, वोट बैंक की राजनीति से ऊपर उठकर जब कार्य होते हैं तो एेसे ही परिणाम सामने आते हैं, आज कोई भी जाकर देखें कि अयोध्या में कितने भव्य राममंदिर का निर्माण हो रहा है, जिस पर हर भारतीय को गर्व की अनुभूति होती है।

इस अवसर पर पूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं सांसद डा. महेश शर्मा, राज्यसभा सांसद सुरेन्द्र नागर, प्रभारी परिवहन मंत्री अशोक कटारिया, विधायक नोएडा पंकज सिंह, दादरी तेजपाल नागर, जेवर धीरेन्द्र सिंह, एमएलसी श्रीचन्द शर्मा, विधायक नंदकिशोर गुर्जर, सतेन्द्र शिशौदिया, मण्डल अध्यक्ष मोहित बेनीवाल, जिलाध्यक्ष विजय भाटी, महानगर अध्यक्ष मनोज गुप्ता, सांसद प्रतिनिधि संजय बाली, एवं पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह, जिलाधिकारी सुहास एलवाई, मुख्य विकास अधिकारी अनिल कुमार सिंह, अपर जिलाधिकारी प्रशासन दिवाकर सिंह आदि अधिकारी उपस्थित रहें।

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