– भाजपा पर कितना असर डाल पायेगा किसानों का आंदोलन!
मुजफ्फरनगर में आयोजित संयुक्त किसान मोर्चा की महापंचायत में जिस प्रकार भाजपा के साथ ही केंद्र व प्रदेश सरकारों पर हल्ला बोला गया उसने निश्चित ही भाजपा को चिंतित कर दिया होगा। एक तरह से कहना होगा कि अब लड़ाई किसान एवं भाजपा के बीच होनी है। महा पंचायत में सभी नेता एक सुर में केंद्र एवं प्रदेश सरकार के साथ ही भाजपा को निशाने पर ले रहे थे। किसानों ने जिस प्रकार हर जिले में संयुक्त किसान मोर्चा का गठन करने का ऐलान किया है वह भी इसी का अंग है। इसके साथ ही एक महत्वपूर्ण बात यह है कि नरेश टिकैत चाहे भाकियू के राष्टÑीय अध्यक्ष हो। लेकिन राकेश टिकैत जिस प्रकार महापंचायत में उभरकर आये उनके सामने नरेश टिकैत बोने नजर आये। महा पंचायत में केवल राकेश टिकैत का ही बोलबाला था। उन्होंने यह घोषणा कर कि किसान जब लड़ाई नहीं जीतेंगे वे घर नहीं जायेंगे इस घोषणा ने भी उनका कद बढ़ा दिया। आने वाले समय में अब भाकियू एवं भाजपा संघर्ष बढ़ने की आशंका भी बनने लगी है।
– महिला मीडियाकर्मी से अभद्रता
इस महापंचायत में जिस प्रकार मीडिया कर्मियों एवं खासकर एक राष्टÑीय चैनल की महिला एंकर के साथ बदसलूकी हुई वह निंदनीय घटना है। इस प्रकार की घटनाओं को को लेकर भाकियू को न केवल माफी मांगनी चाहिये थी, बल्कि दोषी लोगों के खिलाफ मंच से कार्रवाई करवाई जाती तो भाकियू नेताओं का कद मीडिया की नजरों में बढ़ता ही। लेकिन देशभर से आये किसान नेताओं ने इसके ऊपर चुप्पी साधे रखी। इस घटना को लेकर पत्रकार संगठनों को सोशल मीडिया पर ही बात करने के स्थान पर अपना विरोध भी हर स्तर पर दर्ज करवाना चाहिये।