वार्ड नंबर-14 के जी ब्लॉक में सीवर के ओवरफ्लो से परेशान हैं लोग
अथाह संवाददाता
गाजियाबाद। आपने छोटे नाले व नालियों को बड़े नालों में डलते देखा या सुना होगा, लेकिन नगर निगम बिल्कुल इसके उलट ही काम कर रहा। नगर निगम के इंजीनियर की मौजूदगी में बड़ी सीवर लाइन को छोटी से कनेक्ट कर दिया गया और नगर निगम के इस कारनामे की वजह से जीडीए की उस कॉलोनी के लोग परेशान हैं, जो छोटी सीवर लाइन से पहले से ही परेशान थे। नगर निगम ने यह कारनामा किया है वार्ड 14 में। जहां नगर निगम में सत्तारूढ़ भाजपा की पार्षद चंपा माहौर है।
इसकी शिकायत क्षेत्रीय पार्षद चंपा माहौर व सेक्टर-9 जी ब्लॉक कॉलोनी के लोगों ने नगर आयुक्त महेंद्र सिंह तंवर से की है। उनका आरोप है कि वार्ड-14 की गली नं- 2 पुराना विजय नगर की बड़ी सीवर लाईन को अवैध रूप से जीडीए की छोटी सीवर लाइन से जोड़ दिया गया है। जब से यह सीवर लाईन जोड़ी गई है। तब से सीवर ओवरफ्लो समस्या उत्पन्न हो गई है। जिसके कारण घरों में सीवर का गन्दा पानी भर जाता है। इसका मेन कारण यह है कि पुराना विजयनगर की गली नं-2 में मोटे पाईप डाले गये हैं। जिसकी निकासी आगे होते सीवर में जोड़ी गई है। जी ब्लॉक सीवर लाइन छोटी होने की वजह से आगे निकासी कम हो रही है, जिससे सीवर दस मिनट में ओवरफ्लो हो जाता है और घरों के अन्दर सीवर का पानी भर जाता है। इस सम्बन्ध में वार्ड-14 की पार्षद ने नगर निगम की मीटिंग में आवाज उठाई थी। जिसके सम्बन्ध में जूनियर इंजिनियर अजय कुमार से जवाब मांगा गया था।
इस संबंध में जूनियर इंजीनियर जलकल अजय कुमार से जब बात की गई तो उन्होंने माना कि जी ब्लॉक की सीवर लाइन में एक छोटा सा कनेक्ट विजयनगर की सीवर लाइन का किया गया है। लेकिन उन्होंने ओवरफ्लो की समस्या से इनकार किया। उनका कहना है कि अगर ओवरफ्लो की समस्या है, तो उसको ठीक करा दिया जाएगा।
फिलहाल अधिकारी अपने बचाव में जो भी बयान बाजी करें। लेकिन हकीकत यह है कि नगर निगम की इस गलती की वजह से जी ब्लॉक के स्थानीय लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है और अधिकारी एक दूसरे के पाले में गेंद फेंककर पल्ला झाड़ने में लगे हुए हैं।