Dainik Athah

मोदी व योगी की जन कल्याणकारी नीतियां विस चुनाव में बनेगी जीत का आधार: नरेंद्र कश्यप

– पिछड़ा वर्ग मोर्चा करेगा सितंबर-अक्टूबर में ओबीसी सम्मेलन

– मेरठ की क्रांतिकारी धरती से किया चुनाव 2022 का आगाज

– कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय कल्याण सिंह को दी श्रद्धांजलि

अथाह संवाददाता
मेरठ। ओबीसी मोर्चा के क्षेत्रीय पदाधिकारियों के साथ परिचय बैठक में प्रदेश अध्यक्ष नरेंद्र कश्यप एवं क्षेत्रीय अध्यक्ष मोहित बेनीवाल ने सभी नवनियुक्त पदाधिकारियों को नए दायित्व के लिए बधाई देते हुए मार्गदर्शन किया। नरेंद्र कश्यप ने कहा कि मोदी सरकार में योगी सरकार की जनकल्याणकारी नीतियां और योजनाएं 2022 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के विजय का आधार बनेगी। सतत संपर्क व सतत संवाद ही पार्टी की कार्य पद्धति है। हमें समाज के हर वर्ग तक पहुंचकर लोगों से जुड़ना है और उन्हें पार्टी से जोड़ना है।


नरेंद्र कश्यप ने कहा कि हम 350 के लक्ष्य के साथ चुनाव में जा रहे हैं और यह लक्ष्य पार्टी के परिश्रमी कार्यकर्ताओं के सामर्थ्य से पार्टी प्राप्त करेगी। उन्होंने कहा कि इस समय विपक्ष झूठ और भ्रम की राजनीति कर रहा है। हमें विपक्ष के हर चक्रव्यू को भेदना है मोदी के नेतृत्व की केंद्र सरकार व योगी के नेतृत्व में प्रदेश भाजपा सरकार अंत्योदय लक्ष्य के साथ जनकल्याणकारी योजनाओं से सभी वर्गों का समावेश कर रही है। हमारा संगठनात्मक मूल मंत्र भी सर्व स्पर्शी सर्वग्राही वह सर्व समावेशी है संगठनात्मक कार्यों में दक्षता से ही में कार्यकर्ता निर्माण होता है, इसलिए सभी को लक्ष्य 2022 के साथ सभी संगठनात्मक दायित्वों का निर्वहन करते हुए बूथ स्तर तक पहुंचना है। आगे उन्होंने यह भी बताया कि विधानसभा चुनाव 2022 में 350 सीटों पर जीत और 50% से अधिक वोट हासिल करने का लक्ष्य पाने के लिए भाजपा ने पिछड़ा वर्ग वोट बैंक को साधने की रणनीति बनाई है। इस क्रम में पार्टी सितंबर व अक्टूबर में प्रदेश में पिछड़ी जातियों के सम्मेलन करेगी। जिसमें भारतीय जनता पार्टी के पिछड़ी जाति के वरिष्ठ नेता उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह की अगुवाई में यह सम्मेलन कराने की योजना बनाई जा रही है। लोकसभा चुनाव 2019 से पहले भी भाजपा ने 2018 में करीब 1 महीने तक मौर्य, कुशवाहा, पूर्वी यादव, निषाद, राजभर, सैनी, लोहार, लोधी, बिंद, लोनिया एवं कश्यप सहित अन्य पिछड़ी जातियों के सम्मेलन कर आए थे। यह प्रयोग सफल रहने के बाद पार्टी में विधानसभा चुनाव में भी इसे दोहराने की रणनीति बनाई है।


उन्होंने कहा कि पिछड़े वर्ग की प्रमुख जातियों के अलग-अलग सम्मेलन कराए जाएंगे। बड़े वोट बैंक वाली पिछड़ी जातियों के सम्मेलन में मुख्यमंत्री महाराज योगी आदित्यनाथ भी संबोधित करेंगे। इन सम्मेलनों के माध्यम से प्रदेश से लेकर केंद्र सरकार व संगठन में पिछले वर्ष को मिली भागीदारी के साथ सरकार की उपलब्धियां बताई जाएंगी। यह बताने की भी कोशिश होगी कि विधानसभा चुनाव 2017 से लेकर नगरीय निकाय चुनाव 2018, लोकसभा चुनाव 2019, पंचायत चुनाव 2021 तक में भाजपा ने पिछड़े वर्ग को महत्व दिया है। भाजपा सरकार ने ओबीसी आयोग की संवैधानिक दर्जा देने के साथ संगठन निगम आयोगों में भी पिछड़े वर्ग को पर्याप्त प्रतिनिधित्व दिया है। केंद्र सरकार की योजनाओं से ओबीसी वर्ग को मिले लाभ को भी बताया जाएगा। उन्होंने शीर्ष नेतृत्व का आभार व्यक्त करते हुए बताया कि आजादी के बाद भारतीय जनता पार्टी प्रथम पार्टी है, जिसने पिछड़े वर्ग की जातियों को मोदी जी के नेतृत्व में सम्मान मिला है। 27 ओबीसी सांसदों को भारतीय जनता पार्टी ने केंद्रीय मंत्री का दायित्व दिया है। इसके साथ साथ मोदी के नेतृत्व की सरकार में ओबीसी छात्रों को एमबीबीएस, एमडी, नीट के एग्जाम में 27 परसेंट का कोटा भी पिछड़ा वर्ग के बच्चों के लिए निर्धारित किया है। अब जो बच्चे आर्थिक तंगी होने के कारण इन परीक्षाओं में नहीं बैठ पाते थे, वह छात्र भी अब इन परीक्षाओं में सफलता प्राप्त कर सकेंगे। इस अवसर पर क्षेत्रीय महामंत्री डॉ विकास अग्रवाल, क्षेत्रीय अध्यक्ष पिछड़ा मोर्चा हरवीर पाल, जयप्रकाश कुशवाहा प्रदेश उपाध्यक्ष एवं क्षेत्रीय प्रभारी प्रमेंद्र जांगड़ा, योगेंद्र मावी, विजेंद्र कश्यप, प्रदेश मीडिया प्रभारी ओबीसी मोर्चा सौरभ जायसवाल, रूपेंद्र सैनी, महेंद्र प्रजापति एवं समस्त क्षेत्रीय पदाधिकारी और पश्चिम क्षेत्र के जिला अध्यक्ष बैठक में उपस्थित रहे।

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