Dainik Athah

विधानसभा सम्मेलनों के जरिये बनेगी 2022 की रणनीति

– भाजपा हर विधानसभा क्षेत्र में करेगी सम्मेलनों का आयोजन
– बूथ समितियों के संबंध में खुलेगी मंडल अध्यक्षों एवं संगठन की पोल

अथाह संवाददाता
गाजियाबाद। 2022 के विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी भारतीय जनता पार्टी ने समीक्षा का काम सबसे नीचले पायदान से शुरू कर दिया है। जिले में 18 से 21 अगस्त तक विधानसभा सम्मेलनों में बूथ समितियों का सत्यापन प्राथमिकता पर रहेगा। यदि बूथ समितियां निष्क्रिय मिली तो मंडल अध्यक्षों के साथ ही जिलाध्यक्षों पर संगठन की नजर टेढ़ी हो सकती है।
बता दें कि गाजियाबाद में पहला विधानसभा सम्मेलन 18 अगस्त को गाजियाबाद विधानसभा का होगा। वेस्ट व्यू में होने वाले इस सम्मेलन में मुख्य अतिथि प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह रहेंगे। जबकि 19 अगस्त को होने वाले साहिबाबाद विधानसभा सम्मेलन में मुख्य रूप से राष्टÑीय उपाध्यक्ष एवं प्रदेश प्रभारी राधा मोहन सिंह रहेंगे। यह सम्मेलन कृष्णा इंजीनियरिंग कॉलेज में आयोजित होगा। इसके साथ ही मोदीनगर विधानसभा का सम्मेलन 19 अगस्त को मोदीनगर में होगा। इस सम्मेलन में राज्यसभा सदस्य कांता कर्दम उस्थित रहेंगेी। 21 अगस्त को लोनी विधानसभा के सम्मेलन में भाजपा किसान मोर्चा के राष्टÑीय अध्यक्ष राजकुमार चाहर मौजूद रहेंगे। मुरादनगर विधानसभा के सम्मेलन के मुख्य अतिथि परिवहन मंत्री अशोक कटारिया मौजूद रहेंगे। इसकी तारीख अभी तय नहीं हुई है। इसी प्रकार दो जिलों वाली धौलाना विधानसभा के सम्मेलन की तारीख भी अभी निश्चित नहीं है।


इन विधानसभा सम्मेलनों में पार्टी के जिला व महानगर अध्यक्षों के साथ ही प्रभारी, सांसद, विधायक, मंडल अध्यक्ष, महामंत्री, सेक्टर संयोजक, सेक्टर प्रभारी, सेक्टर के सत्यापन अधिकारी, मंडल अध्यक्ष एवं महामंत्री के साथ ही वार्ड अध्यक्ष एवं महामंत्री उपस्थित रहेंगे। भाजपा सूत्रों के अनुसार इन सम्मेलनों में मुख्य रूप से बूथ समितियों का सत्यापन किया जायेगा। सत्यापन से यह पता चलेगा कि संगठन ने कितना काम किया है। इस दौरान खासकर मंडल अध्यक्ष- महामंत्री के साथ ही वार्ड अध्यक्ष एवं महामंत्री की कार्य प्रणाली के संबंध में पता चलेगा।
भाजपा सूत्रों के अनुसार यदि बूथ सत्यापन में जहां भी गड़बड़ी मिलेगी वहां की बूथ समितियों को भंग कर नई समितियां बनाई जायेगी। इसके साथ ही विधानसभा चुनाव की रणनीति भी इन सम्मेलनों के जरिये बनाई जायेगी। जिस विधानसभा क्षेत्र में बूथ समितियों में गड़बड़ी मिलेगी वहां के विधानसभा प्रभारी के साथ ही अध्यक्ष के नंबर भी कम होने तय है।
– मंगलवार से विधानसभा सत्र शुरू, विस सम्मेलनों में भी मौजूदगी के निर्देश
उत्तर प्रदेश विधानसभा का सत्र 17 अगस्त से शुरू हो रहा है। जबकि विधानसभा सम्मेलनों में भी विधायकों की मौजूदगी आवश्यक है। ऐसे में जिस दिन सम्मेलन होगा उस दिन विधायकों को लखनऊ से गाजियाबाद की दौड़ लगानी होगी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *