– ग्राम सचिवालय में लेखपाल- सचिव- ग्राम प्रधान भी बैठेंगे: राकेश कुमार सिंह
– लोनी में जल निकासी, खोड़ा में पेयजल उपलब्ध कराना भी शीर्ष प्राथमिकता में शामिल
– स्कूलों की स्थिति बेहतर करने के लिए पूर्ण प्रयास, नगर निगम स्कूलों के लिए 14 करोड़ रुपये हुए मंजूर
अथाह संवाददाता
गाजियाबाद। गाजियाबाद के जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने ग्राम सचिवालय को अपनी शीर्ष प्राथमिकता में रखा है। उनकी इच्छा है कि ग्राम सचिवालय ऐसा हो कि ग्रामीणों की सभी समस्याओं का निराकरण वहीं से हो सके। इसके साथ ही लोनी में जल निकासी तथा खोड़ा मकनपुर में शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराना भी उनकी प्राथमिकता में शामिल है।
जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह ने दैनिक अथाह से बात करते हुए कहा कि सबसे पहले पंचायत भवनों की हालत बेहतर करने के साथ ही वहां पर बैठने की व्यवस्था भी की जा रही है। इन पंचायत भवनों को ग्राम सचिवालय के रूप में विकसित किया जा रहा है।
वे चाहते हैं कि गांव के व्यक्ति को अपने किसी भी काम के लिए तहसील अथवा जिला मुख्यालय के चक्कर न लगाने पड़ें। इससे जहां समय की बर्बादी होती है, वहीं दूसरी तरफ पैसा भी खर्च होता है। बता दें कि ग्राम सचिवालय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की भी शीर्ष प्राथमिकता में शामिल है। उन्होंने बताया कि इसी कारण ग्राम प्रधान के साथ ही ग्राम सचिव को भी ग्राम सचिवालय में बैठना सुनिश्चित करना होगा। उन्होंने कहा कि इतना ही नहीं गांव के लेखपाल को भी सप्ताह में एक दिन ग्राम सचिवालय में बैठना आवश्यक होगा। इससे तहसील तक के काम भी गांव में ही हो जायेंगे।
राकेश कुमार सिंह ने बताया कि पंचायत भवन में ही कॉमन सर्विस सेंटर (सीएससी) का काम भी शुरू होगा। जिससे गांव में ही बैठकर आॅन लाइन आवेदन समेत सभी प्रकार के कार्य ग्रामीणों के गांव में ही हो जायेंगे। उन्होंने बताया कि ग्राम सचिव एवं लेखपाल गांव में बैठने के लिए जो भी दिन निर्धारित करेंगे उस दिन वे किसी भी हालत में अवकाश नहीं लेंगे। इस कारण उन्हें सोच समझकर यह तय करना होगा कि वे किस दिन गांव में बैठें।
– खोड़ा में शुद्ध पेयजल की आपूर्ति
जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह की प्राथमिकता में खोड़ा मकनपुर में शुद्ध पेयजल पहुंचाना भी उनका मानना है कि खोड़ा में शुद्ध पेजयल की भारी किल्लत है। उनका प्रयास है कि जो भी गंगा जल प्रताप विहार एवं नोएडा के लिए है उसमें से कुछ अतिरिक्त गंगा जल प्राप्त कर खोड़ा को उपलब्ध कराया जाये। इसके साथ ही कई अन्य पहलुओं पर भी विचार किया जा रहा है। उन्होेंने कहा कि प्रयास है कि जल्द से जल्द खोड़ा को शुद्ध पेयजल की आपूर्ति की जाये।
– लोनी में जल निकासी सबसे बड़ी समस्या
जिलाधिकारी राकेश कुमार सिंह के सामने लोनी की जल निकासी भी सबसे बड़ी समस्या है। उन्होंने कहा कि जल निकासी का प्रबंध न होने के कारण अनेक सरकारी भवन भी बरसात होने पर पानी में तैरते नजर आते हैं। उन्होंने बताया कि इसके लिए काफी पहले नगर पालिका, जल निगम एवं जीडीए ने प्रयास किये थे। डीपीआर बनाने के लिए जल निगम को 50 लाख रुपये का भुगतान भी किया गया था। लेकिन इसके बाद से इस मामले में कुछ नहीं हुआ। वे जल्द ही जल निगम के साथ ही जीडीए एवं नगर पालिका लोनी के साथ संयुक्त रूप से बैठक करेंगे। जल निगम से डीपीआर के संबंध में भी जवाब तलब किया जायेगा। यदि जल निकासी की लोनी की समस्या हल हो जाये तो यह बड़ा काम होगा।
– जिलाधिकारी के प्रयास से नगर निगम ने स्कूल भवनों के सुधार को मंजूर किये 14 करोड़ रुपये
राकेश कुमार सिंह का मानना है कि यदि स्कूल के भवन बेहतर होंगे तो बच्चों का जहां पढ़ने में मन लगेगा, वहीं शिक्षकों का पढ़ाने में। जिले के ग्रामीण क्षेत्र के तो अधिकांश स्कूलों को बेहतर किया जा चुका है। जो नहीं है उन स्कूल भवनों की स्थिति में जल्द सुधार होगा। नगरीय क्षेत्र के 81 स्कूल नगर निगम क्षेत्र में है। इनकी हालत ठीक नहीं है। इनके सुधार के लिए उन्होंने महापौर आशा शर्मा के साथ बैठक भी की। अब नगर निगम ने 14 करोड़ रुपये मंजूर किये हैं। बोर्ड बैठक में भी मुहर लग गई है। निगम क्षेत्र के स्कूलोें का सुधार तीन चरणों में होगा। हर चरण में 27 स्कूलों को शामिल किया जायेगा।
इसके साथ ही सड़कों पर अनियंत्रित पार्किंग की तरफ भी उनका ध्यान है। इसके लिए जिलाधिकारी सभी संबंधित विभागों की बैठक भी कर चुके हैं। जिस प्रकार सड़कों के किनारे खासकर शहर की प्रमुख सड़कों एवं हाइवे पर उससे भी दुर्घटना का खतरा रहता है। जिलाधिकारी पहले से चल रही व्यवस्थाओं में इस प्रकार के परिवर्तन करना चाहते हैं जिससे आम जनता को सुविधा मिले तथा कर्मचारी- अधिकारी भी नियममित रूप से बेहतर काम करें। उन्होंने कहा कि सरकारी दफ्तरों में उपस्थिति की जांच एक नियमित अभियान है। इसे आगे भी चलाया जायेगा।