– भाजपा के लोग झगड़ा लगाने का काम करते हैं
अथाह ब्यूरो
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा के लोग झगड़ा लगाने का काम करते हैं। भाजपा ने पंचायत चुनावों में नोट का इस्तेमाल किया और ब्लाक प्रमुख तथा जिला पंचायत अध्यक्षों के पद हथिया लिए। भाजपा ने सरकारी संस्थाओं को बेच दिया है। भाजपा सरकार के रहते नौजवानों की बेकारी बढ़ी, महंगाई बेलगाम हुई। साढ़े चार साल में एक फैक्ट्री प्रदेश में नहीं लगी है। लोगों को इस सरकार ने भुखमरी के कगार पर पहुंचा दिया है। प्रदेश में मंत्रिमंडल विस्तार का कोई मतलब नहीं। यहां लोकतंत्र दिखाई नहीं दे रहा है। उन्होंने कहा भाजपा झूठी पार्टी है, इसे हटाइए। समाजवादी पार्टी इस बार 350 सीटें जीतेगी।
अखिलेश यादव ने उन्नाव से भाजपा के खिलाफ शंखनाद किया। उन्होंने सरौसी गांव में 85वीं जयंती के अवसर पर मनोहर लाल इंटर कालेज में स्थापित स्वर्गीय मनोहर लाल की प्रतिमा का अनावरण करने के उपरांत एकत्र समुदाय को संबोधित कर रहे थे। स्वर्गीय मनोहर लाल विधायक, सांसद तथा मंत्री रहे थे। यादव ने कहा कि आज यहां बड़ी रैली होनी थी जिसकी प्रशासन ने अनुमति नहीं दी है। जब कोविड खत्म होगा तो लाखो की रैली होगी।
यादव ने कहा कि 2022 में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए बहुत कम समय बचा है। भाजपा ने जनता को बुरी तरह निराश किया है। उसके वादे सपने बनकर रह गए हैं। अपने संकल्प-पत्र का एक भी वादा पूरा नहीं किया। किसान की आय दुगनी करने का वादा था, उल्टे किसानों की आय कम कर दी है। नौजवानों को रोजगार नहीं मिला। समाज के सभी वर्गो के लोग भाजपा सरकार को हटाना चाहते है। उन्होंने कहा समाजवादी पार्टी जनता के बीच रहेगी। सपा भाजपा का विकल्प है। उन्होंने कहा कोरोना से मौतों के लिए सरकार की लापरवाही जिम्मेदार है। जनता को बहुत दु:ख और परेशानियों का सामना करना पड़ा है। कोविड़ संक्रमितों को न बेड मिला, न इलाज और नहीं आक्सीजन मिली।
सपा प्रमुख ने कहा भाजपा सरकार के समय नेताओं, पत्रकारों आदि कई लोगों की जासूसी की खबरें है। भाजपा का राज्य विधानसभा, संसद तक भारी बहुमत है। फिर उसे जासूसी कराने की क्या जरूरत आ पड़ी? यह जासूसी करना दंडनीय अपराध है। भाजपा के फैसले जनहित में नहीं है।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का लखनऊ-कानपुर हाईवे पर जगह-जगह भव्य स्वागत किया गया। लखनऊ से क्रांति रथ पर सवार अखिलेश यादव के स्वागत में सर्वत्र जोशीली भारी भीड़ थी। उन्नाव में पूर्व निर्धारित कार्यक्रम में लखनऊ से जाते हुए रास्ते में अमौसी में मेट्रो स्टेशन पर भी बड़ी तादाद में लोग एकत्र थे। मेट्रो रेल का मुख्यालय वहीं है जहां मेट्रो का समाजवादी सरकार में 3 मार्च 2014 को शिलान्यास हुआ था।