– दो ब्लाक में निर्विरोध जीत के बाद लोनी- मुरादनगर में आज चुनाव
– मुरादनगर में भाजपा की बसपा के निष्कासित नेता की पत्नी से मुकाबला
– भाजपा का अपने ही कार्यकर्ता से मुकाबला
– लोनी में मामूली गलती भी पड़ सकती है पुलिस- प्रशासन पर भारी
अथाह संवाददाता
गाजियाबाद। गाजियाबाद जिले के चार में से दो ब्लाक में निर्विरोध जीत हासिल करने के बाद भाजपा की नजर मुख्य रूप से मुरादनगर ब्लाक पर है। जबकि लोनी में भाजपा ही भाजपा से लड़ रही है। लोनी शनिवार को सबसे संवेदनशील रहने वाला है। प्रशासन व पुलिस की छोटी सी गलती भी उसे भारी पड़ सकती है। यहां पर हंगामा होने की आशंका भी जताई जा रही है।
बता दें कि भाजपा ने रजापुर एवं भोजपुर ब्लाक में निर्विरोध जीत हासिल करने के बाद भाजपा के हौंसले बुलंद है। भाजपा की नजर अब मुरादनगर ब्लाक जीतने पर है। यहां पर भाजपा प्रत्याशी राजीव त्यागी का मुकाबला बसपा से निष्कासित केडी त्यागी की पत्नी साधना त्यागी से है। यहां पर भाजपा का एक गुट केडी के पक्ष में था। इसी कारण टिकट घोषित होने में कुछ समय लगा। लेकिन विधायक अजीत पाल त्यागी एवं महानगर अध्यक्ष संजीव शर्मा की जुगलबंदी ने कामयाबी हासिल कर ली। यहां पर अब पूरी भाजपा राजीव त्यागी के साथ नजर आ रही है।
इसके साथ ही सबसे महत्वपूर्ण लोनी ब्लाक है। यहां पर भाजपा विधायक नंद किशोर गुर्जर के भतीजे कोमल की पत्नी का मुकाबला भाजपा व संघ कार्यकर्ता मनीष कसाना की पत्नी रेणु कसाना से है। मजेदार तथ्य यह है कि लोनी की पूरी भाजपा मनीष कसाना के पक्ष में नजर आ रही है। इतना ही नहीं विरोधी दलों के नेता भी रेणु कसाना का समर्थन कर रहे हैं।
– जीत का रास्ता जावली से होकर निकल सकता है
जिला पंचायत सदस्यों के चुनाव में भाजपा के प्रदीप कसाना की पत्नी परमिता सिंह को टिकट नहीं मिला तो उन्होंने निर्दलीय ताल ठोंक दी तथा जीत हासिल की। उनकी जीत में जावली का बड़ा योगदान रहा। जावली का अर्थ पूर्व विधायक मदन भैया से है। लेकिन जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव में सबसे पहले परमिता ने ही भाजपा को समर्थन देने की घोषणा की। इस बार भी जावली फैक्टर हावी है। रेणु कसाना का समर्थन भी मदन भैया कर रहे हैं। हालांकि मनीष कसाना का कहना है कि जीत हासिल करने के बाद वे सीट भाजपा की झोली में डाल देंगे। इसमें एक दूसरा तथ्य यह है कि भाजपा प्रत्याशी ने दबाव की रणनीति के तहत भाजपा नेता ईश्वर मावी के खिलाफ प्रदेश भाजपा अध्यक्ष से शिकायत कर दी। मावी का कहना है कि भाजपा प्रत्याशी ने उनसे कभी बात ही नहीं की। वे हार का ठीकरा उनके ऊपर फोड़ना चाहती है।