Dainik Athah

पर्यावरण संरक्षण सप्ताह वायु शुद्धि महायज्ञ के समापन पर 11 कुंडीय यज्ञ का आयोजन

पर्यावरण संरक्षण गतिविधि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ प्रांत ने प्रत्येक जिले के नगर स्तर तक के स्थानों पर 11 महकुंडीय महायज्ञ संपन्न हुए

अथाह संवाददाता
मोदीनगर। पर्यावरण संरक्षण गतिविधि प्रान्त मेरठ के 27 जिलो में विभिन्न स्थानों पर जड़ी बूटियों से निर्मित सामग्री से वायु शुद्धि महायज्ञ का आयोजन किया गया। इस महायज्ञ में लाखों लोगों ने पर्यावरण संरक्षण के लिए आहुतियां दीं।


पर्यावरण संरक्षण गतिविधि प्रान्त के तत्वावधान में विश्व पर्यावरण दिवस के उपलक्ष्य में पांच से 11 जून तक पर्यावरण संरक्षण सप्ताह का आयोजन किया गया था, जिसका शुक्रवार को 11 कुंडीय यज्ञ कर समापन किया गया। यज्ञ के आयोजन के साथ साथ विभिन्न पर्यावरण प्रतियोगिताओं जैसे पेंटिंग प्रतियोगिता, इको ब्रिक प्रतियोगिता का नारी शक्ति द्वारा आयोजन किया गया। जिसमें 8 से 18 वर्ष के बच्चों ने भाग लिया। मोदीनगर स्थित सरस्वती विद्या मंदिर गदाना में 11कुण्डीय महायज्ञ का आयोजन किया गया। यज्ञ में आये लोगों को जिला पर्यावरण प्रमुख अनिल ने संबोधित करते हुए कहा कि वायु शुद्धि के लिए व आक्सीजन की पर्याप्त मात्रा में उपलब्धता के लिए घर-घर में यज्ञ करने चाहिए और अधिक से अधिक पौधे लगाने चाहिए। साथ ही उन्होंने कोरोना जैसी महामारियों से बचाव के लिए जनमानस को जागरुक करने और पर्यावरण की शुद्धता करने पर बल दिया गया। पालिथीन के बढ़ते खतरे के प्रति जागरुक करते हुए उन्होंने कहा कि अगर मानव को बचाना है तो पालिथीन रूपी जिन्न को हटाना होगा हमें पालिथीन का प्रयोग रोकना होगा और साथ ही पालिथीन का समुचित निस्तारण करने पर विचार करना चाहिए। यज्ञ आचार्य चंद्रशेखर शास्त्री के द्वारा वैदिक रीति से कराया गया। यज्ञ के महत्व को समझाते हुए
शास्त्री ने कहा कि संसार में पर्यावरण को शुद्ध करना उतना ही आवश्यक है, जितना भोजन करना है। क्योंकि बिगड़ता पर्यावरण हमारी जीवनी शक्ति के लिए घातक है। उन्होंने उपस्थित पर्यावरण प्रेमियों से 11- 11 पीपल रोपने का संकल्प कराया।


इस अवसर पर प्रख्यात हनुमान कथा वाचक अरविन्द भाई ओझा ने अपने आशीर्वचन में कहा कि हमारी संस्कृति यज्ञ मय है यज्ञ हमें कर्म में लगता है और प्रत्येक कर्म का फल अवश्य प्राप्त होता है। गीता में कहा गया है कि सबसे श्रेष्ठ कर्म निष्काम कर्म योग है इसलिए हमें लोक कल्याणकारी कार्य करने चाहिए। यज्ञ की पूणार्हुति के बाद उपस्थित जनों ने बहन दिव्यांशी को जन्मदिवस पर पुष्प वर्षा कर आशीर्वाद दिया।


यज्ञ कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला संघचालक आनन्द त्यागी ने की। यज्ञ में मुख्यरूप से नगर के प्रथम नागरिक नगर पालिका अध्यक्ष मोदीनगर अशोक माहेश्वरी, कविता तिसावड़ सदस्य राज्य निगरानी समिति, अमित तिसावड़ जिलाध्यक्ष अनुसूचित मोर्चा भाजपा, रोहित शर्मा नगर पर्यावरण संयोजक, राघवेन्द्र, प्रदीप भारद्वाज, मुकेश, विजय, अनलजीत सहित अनेकों गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया। व्यवस्था बनाने में सुरेश, वागीश, कौशल और अर्चित ने सहयोग किया।

पर्यावरण संरक्षण गतिविधि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ प्रान्त मेरठ ने प्रत्येक जिले के नगर स्तर तक के स्थानों पर 11 महकुडीय महायज्ञ संपन्न हुए


अथाह संवाददाता
मेरठ। पर्यावरण संरक्षण गतिविधि प्रान्त मेरठ के 27 जिलो में विभिन्न स्थानों पर जड़ी बूटियों से निर्मित सामग्री से वायु शुद्धि महायज्ञ का आयोजन किया गया। इस महायज्ञ में लाखो लोगों ने पर्यावरण संरक्षण के लिए आहुतियां दीं।
पर्यावरण संरक्षण गतिविधि प्रांत मेरठ के तत्वावधान में विश्व पर्यावरण दिवस के उपलक्ष्य में पांच जून से 11 जून तक पर्यावरण संरक्षण सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है। जिसका आज समापन हुआ जिसमें पर्यावरण प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया गया। पेंटिंग प्रतियोगिता, इको ब्रिक प्रतियोगिता नारी शक्ति द्वारा आयोजन किया गया। जिसके अंतर्गत 8 से 18 वर्ष के बच्चो ने भाग लिया। वायु शुद्धि महायज्ञ का आयोजन किया गया। इस आयोजन के माध्यम से आम लोगों को प्रमुख रूप से आक्सीजन की पर्याप्त मात्रा में उपलब्धता के लिए घर- घर में पौधे लगाने का संदेश दिया गया। कोरोना जैसी महामारियों से बचाव के लिए जनमानस को जागरुक करने और पर्यावरण की शुद्धता पर बल दिया गया। इसी के साथ पालीथिन के बढ़ते खतरे के प्रति जागरुक करते हुए कहा गया कि अगर मानव को बचाना है तो पाल्ीािथन रूपी जिन्न को हटाना होगा। इसका प्रयोग रोकना होगा और पालिथीन का समुचित निस्तारण करना होगा। वायु शुद्धि महायज्ञ में मेरठ, बिजनौर, मुजफ्फरनगर, शामली, सहारनपुर, बागपत, गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर, हापुड़, बुलंदशहर, संभल, मुरादाबाद आदि जिलों के हजारों ने लोगों ने भागीदारी की।


महायज्ञ में विशेष रूप से आयोजन समिति के प्रमुख आईआईएमटी समूह के एमडी मयंक अग्रवाल, सहप्रमुख सुशील दानापानी, सहप्रमुख महिपाल सिहं, एनआरईसी महाविद्यालय खुर्जा के प्राचार्य डा. केडी शर्मा, पर्यावरण संरक्षण गतिविधि के प्रांत संयोजक राम अवतार, प्रांत प्रचारक अनिल कुमार, प्रांत मीडिया प्रमुख संजय विशनोई, समन्वयक डा. विजेन्द्र शर्मा, डा. अनामिका, मीनू आर्य, संध्या गुप्ता का विशेष सहयोग रहा।

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