लीलावती चौराहे पर चारों ओर रखे है ठेली खोखे
अथाह संवाददाता
गाजियाबाद। बिजयनगर नगर निगम जोनल कार्यालय पर तैनात निगम कर्मियों ने लीलावती चौराहे पर सड़क से दूर बरगद के पेड़ के नीचे रखे एक दिव्यांग के खोखे को तहस-नहस कर दिया।
जबकि दिव्यांग के खोखे के बगल में ही अन्य खोखे को छुआ तक नहीं। इसके साथ ही चौराहे के चारों तरफ सड़क किनारे ठेली, लकड़ी व चाइनीस खोखे रखे हुए हैं लेकिन एक जाति विशेष के दिव्यांग के खोखे को निशाना बनाते हुए निगम कर्मियों ने बिना पूर्व सूचना के तोड़ दिया। इस मामले की शिकायत दिव्यांग ने महापौर आशा शर्मा से की।
उन्होंने नगर निगम के कर्मचारी बनारसी दास से दिव्यांग का खोखा दिलाने की बात कही लेकिन किसी के कानों पर जूं नहीं रेंगी। सूत्रों की माने तो सड़क किनारे रखें ठेली खोखे वालों से पुलिस ही नहीं निगम कर्मचारी भी सुविधा शुल्क वसूलते हैं। शायद यही वजह है कि दिव्यांग निगम कर्मियों को सुविधा शुल्क नहीं दे रहा था इसलिए उसका खोखा नेस्तनाबूद कर दिया। बता दें कि विकलांग दिलशाद लीलावती चौराहे पर बरगद के पेड़ के नीचे चिप्स नमकीन पानी का खोखा लंबे अरसे से लगाए था। इसके साथ ही वह अखबार डाल कर अपने परिवार का भरण पोषण कर रहा है।
चौराहे के आसपास तमाम फल, खाने पीने के खोखे रखे हुए हैं। लेकिन नगर निगम कर्मचारियों ने किसी को हाथ नहीं लगाया जबकि विकलांग दिलशाद के खोखे को पूरी तरह तहस-नहस कर दिया।
विकलांग दिलशाद के पास इतने पैसे भी नहीं है कि वह अपना दूसरा खोखा तैयार कर सके। उसने निगम कर्मियों से दूसरा खोखा दिलाने की मांग की लेकिन किसी के कानों पर जूं नहीं रेंगी। सवाल उठता है अब उससे कहा जा रहा है कि वह कहीं भी खोखा रख ले। सवाल उठता है कि खोखा यदि अवैध रूप से नहीं रखा था तो उसे तोड़ा क्यों, और यदि अवैध था तो चौराहे पर रखे अन्य खोखों को क्यों नहीं तोड़ा। अब अन्य ठेली खोखे किस आधार पर रखे हैं।
दिलशाद का कहना है कि चौराहे के आसपास के सभी खोखा पटरी वालों को हटाया जाए या फिर उसे भी खोखा बनाकर दिया जाए।