गाजियाबाद । एक तरफ लोगों को भागदौड़ भरी जिंदगी से फुर्सत नहीं है समाज में कौन कैसे जी रहा है किसी से लेना देना नही है, वही समाज में कुछ लोग ऐसे भी हैं जो किसी ना किसी रूप में गरीबों असहाय लोगों के लिए फरिश्ता बनकर आते हैं। दान कई प्रकार के होते हैं लेकिन पापी पेट के लिए किया गया दान महान पुण्य का कार्य है। देश में भूख से न जाने कितने लोग हर दिन असमय काल के गाल में समा जाते है। ऐसे ही गरीबों का पेट भर रहे परमार्थ समिति के चेयरमैन वीके अग्रवाल,जो गरीबों के लिए कुछ न कुछ करते रहते है।
इस बार उन्होंने गरीबों के लिए ऐसा रास्ता निकाला जिसमें जनभागीदारी भी है। दो रोटी दान की एक ऐसी मुहिम है जिसमें हर घर से दान के रुप में दो रोटी ली जाती है जिन्हें इकट्ठा करके निर्धन व गरीब जरूरतमंद लोगों को खिलाया जाता है। यह कार्य समिति के माध्यम से हर रोज शहर में कहीं ना कहीं चलाया जाता है। सोमवार को भी दो रोटी दान की के जरिए सैकड़ों गरीबों ने भोजन कर आनंदानुभूति की। साथ ही दानदाताओं का आभार प्रकट किया। भोजन प्राप्त करने वाले गरीब लोगों का कहना था कि उन्हें 2 जून की रोटी मिल जाती है इससे ज्यादा उन्हें और क्या चाहिए। भूखे को भोजन मिल जाए तो समझो भगवान मिल गए। इस मौके पर समाजसेवी सौरभ जायसवाल अंकित निरमान आदि मौजूद रहे।