एनजीटी के आदेशों को दर किनार कर
पचायरा एवं आसपास के गांवों में पौकलैंड मशीनों से हो रहा अवैध खनन
पुलिस- प्रशासन एवं खनन विभाग की मिलीभगत से हो रहा अवैध खनन
अथाह संवाददाता
लोनी। अवैध खनन का गढ़ रहे लोनी क्षेत्र में खनन माफिया की पुलिस, प्रशासन एवं खनन विभाग की मिलीभगत से बेतहाशा अवैध खनन हो रहा है। जानकारी होने के बावजूद सभी विभागों ने आंखों बंद की हुई है। यह हालत तब है जबकि प्रशासन व संबंधित विभागों को लगातार शिकायतें की जा रही है।
बता दें कि सरकार चाहे कोई भी हो लेकिन लोनी क्षेत्र में अवैध खनन पर रोक नहीं लग पाती है। ठीक यहीं हालत वर्तमान सरकार में भी है। बता देें कि लोनी के ट्रोनिका सिटी थाना क्षेत्र के गांव पचायरा निवासी अनिल कुमार ने क्षेत्र में अवैध खनन को लेकर नौ नवंबर को एसडीएम लोनी, जिलाधिकारी, एसपी ग्रामीण, एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को शिकायती पत्र दिया था। इसमें उन्होंने कहा कि गांव पचायरा यमुना नदी के किनारे पर स्थित है। यहां पर हर समय खनन माफिया अवैध खनन करते हैं। पचायरा के आसपास के गांव सुंदरपुर, अलीपुर आदि में भी अवैध खनन की शिकायतें पूर्व में की जा चुकी है। जिसके बाद प्रशासन ने अवैध खनन को रुकवाया था।
शिकायत में यह भी कहा गया है कि जिसके नाम खनन का टेंडर हुआ है वह एनजीटी के नियमों का उल्लंघन कर निर्धारित से अधिक मात्रा में खनन कर रहा है।
राज्य सरकार को हो रहा राजस्व का नुकसान
अवैध खनन के चलते प्रदेश सरकार को भी राजस्व मद में भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। इसके साथ ही ये लोग एनजीटी के आदेशों की धज्जियां उड़ाते हुए अवैध खनन कर रहे हैं। इस कारण आसपास का वातावरण भी प्रदूषित हो रहा है। अनिल ने पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों से मांग की कि अवैध खनन को तत्काल रोका जाये तथा अवैध खनन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाये।
पुलिस व प्रशासन की मिलीभगत से हो रहा अवैध खनन
अवैध खनन करने वाले पैसे वाले एवं दबंग है। जानकारी के अनुसार वे शिकायत करने वालों को धमकियां देते हैं। इसके साथ ही पुलिस से झूठे मामलों में फंसवाने की धमकी भी देते हैं। इसी कारण शिकायतों के बावजूद पुलिस कार्रवाई नहीं करती।
पोकलैंड मशीन से किया जा रहा खनन
पचायरा में यमुना नदी के किनारे से जेसीबी मशीनों एवं पोकलैंड मशीन से अवैध खनन किया जा रहा है। जबकि नियमानुसार जेसीबी एवं पोकलैंड मशीनों से खनन नहीं किया जा सकता। लेकिन पुलिस, प्रशासन एवं खनन विभाग ने इस तरफ से अपनी आंख बंद की हुई है। दैनिक अथाह के पास वीडियो है जिसमें पोकलैंड मशीन से खनन किया जा रहा है तथा ट्रकों व ट्रैक्टरों की कतार लगी हुई है।
छह करोड़ 66 लाख रुपये सालाना में छूटा है टैंडर
लोनी के पचायरा में खनन का टैंडर छह करोड़ 66 लाख रुपये सालाना में छूटा है। ये एक वर्ष में पांच लाख घन मीटर खनन कर सकते हैं। यह खनन एक दिन से लेकर एक वर्ष में किया जा सकता है। पोकलैंड मशीन से भी कर सकते हैं-निर्मल सिंह, जिला खनन अधिकारी गाजियाबाद
लोनी के पचायरा में अवैध खनन की जांच करवाई जायेगी। यदि अवैध खनन पाया जाता है तो दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी। अवैध खनन किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं की जायेगा।
अजय शंकर पांडेय, जिलाधिकारी गाजियाबाद