Dainik Athah

गोरखपुर का आदिवासी बहुल वनटांगिया गांव बनेगा प्रदेश का पहला ‘जल अर्पण गांव’

पीएम मोदी के मार्गदर्शन और सीएम योगी के नेतृत्व में 26 दिसंबर को ग्राम पंचायत को सौंपा जाएगा हर घर जल अभियान का दायित्व

जंगल तीनकोनिया-3 बनेगा देश का दूसरा ऐसा गांव जहां जल जीवन मिशन के सभी काम रहेंगे पंचायतों के अधीन

तीन महीने के सफल ट्रायल के बाद परियोजना को किया जा रहा है गांव की जनता को समर्पित

कार्यदायी एजेंसी अगले 10 साल तक करेगी परियोजना का मेंटिनेंस सुनिश्चित

वनटांगिया गांव से शुरू अभियान को प्रदेश के हर जिले, हर गांव तक पहुंचाने का है लक्ष्य

सीएम योगी के साथ पीएमओ की एक्सपर्ट टीम भी रख रही योजना पर बारीक नजर

उत्तर प्रदेश के 51 हजार गांवों में हर घर हो रही 100 फीसदी जलापूर्ति

प्रदेश के 26531 गांव हर घर जल से हो चुके हैं प्रमाणित

गोरखपुर जिले में 5,55,478 परिवारों को मिल रहा है नल से शुद्ध जल

जिले के सांसद और क्षेत्र के विधायक की रहेगी महत्वपूर्ण भूमिका

हर घर जल अभियान के जरिए योगी सरकार गांवों में स्वास्थ्य, स्वच्छता और जीवन स्तर सुधार की दिशा में करने जा रही बड़ी शुरूआत



अथाह ब्यूरो
लखनऊ।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश में हर घर जल अभियान एक ऐतिहासिक पड़ाव पर पहुंचने जा रहा है। इसी कड़ी में गोरखपुर का वनटांगिया गांव (आदिवासी बहुल गांव) प्रदेश का पहला और देश का दूसरा जल अर्पण गांव बनने जा रहा है। यह पहल ग्रामीण भारत में सुरक्षित, शुद्ध और निरंतर पेयजल आपूर्ति के नए मॉडल के रूप में स्थापित होगी। इसके तहत, जल जीवन मिशन के अंतर्गत हर घर जल अभियान का दायित्व ग्राम पंचायत को सौंप दिया जाएगा।

गांवों में बुनियादी सुविधाओं का मिलेगा लाभ
तीन महीने तक चले सफल ट्रायल के बाद अब इस योजना को औपचारिक रूप से जनता को समर्पित किया जा रहा है। पीएम मोदी के मार्गदर्शन और सीएम योगी के विजन से 26 दिसंबर को वनटांगिया गांव से जल जीवन मिशन योजना से संबंधित हर काम पंचायतों के जिम्मे सौंपा जाएगा। इसके साथ ही जंगल तीनकोनिया नंबर तीन गांव पंचायतों के अधीन देश का दूसरा ऐसा गांव बनेगा, जो ग्राम स्वशासन और बुनियादी सुविधाओं के सशक्तिकरण की दिशा में बड़ा उदाहरण होगा।

बिना रुकावट, मानक के अनुरूप मिलेगा नल से शुद्ध जल
इस योजना की सबसे बड़ी विशेषता इसका दीर्घकालिक और टिकाऊ मॉडल है। पेयजल आपूर्ति की जिम्मेदारी संभालने वाली कार्यदायी एजेंसी अगले 10 वर्षों तक संचालन, रखरखाव और गुणवत्ता की सतत निगरानी करेगी। इससे ग्रामीणों को बिना रुकावट, मानक के अनुरूप नल से शुद्ध जल उपलब्ध होता रहेगा।

योगी सरकार की प्राथमिकता में पिछड़े, दलित और आदिवासी
वनटांगिया गांव से शुरू हो रहा यह अभियान पूरे प्रदेश के लिए रोल मॉडल बनेगा। योगी सरकार का लक्ष्य है कि इस मॉडल को चरणबद्ध तरीके से प्रदेश के हर जिले और हर गांव तक पहुंचाया जाए। मुख्यमंत्री के साथ प्रधानमंत्री कार्यालय के अफसरों की एक्सपर्ट टीम भी योजना की प्रगति, गुणवत्ता और पारदर्शिता पर लगातार बारीक नजर रखे हुए है। वनटांगिया दलित और आदिवासी बहुल गांव है। यहां से प्रदेश की इस बड़ी योजना की शुरूआत करना योगी आदित्यनाथ सरकार की पिछड़े समुदाय की बेहतरी को लेकर प्राथमिकता से किए जा रहे प्रयासों का सशक्त उदाहरण है।

योजना की जमीनी सफलता की जा रही प्रमाणित
प्रदेश स्तर पर हर घर जल अभियान के तहत 51 हजार गांवों ( राजस्व गांव) में 100 प्रतिशत जलापूर्ति सुनिश्चित की गई है। अब तक प्रदेश के 26,531 राजस्व गांव ‘हर घर जल’ से प्रमाणित हो चुके हैं। गोरखपुर जिले में ही 5,55,478 परिवारों को नल से शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया जा रहा है, जो योजना की जमीनी सफलता को दशार्ता है।

वनटांगिया गांव के हेलीपैड ग्राउंड में भव्य समारोह में ग्राम पंचायत को सौंपा जाएगा जल कलश
पूरे प्रदेश में आने वाले दिनों में इस कार्यक्रम के तहत हर जिले के सांसद और क्षेत्रीय विधायक की सक्रिय और महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी। गोरखपुर में होने जा रहे आयोजन के मुख्य अतिथि सांसद रवि किशन होंगे। जनप्रतिनिधियों की सहभागिता से योजना को सामाजिक स्वीकार्यता और मजबूती मिलेगी। 26 दिसंबर की दोपहर वनटांगिया गांव के हेलीपैड ग्राउंड में एक भव्य समारोह में यह आयोजन किया जाएगा, जिसमें ग्राम पंचायत को जल कलश सौंपा जाएगा। कार्यक्रम के लिए जिलाधिकारी, सीडीओ और अन्य प्रशासनिक अधिकारियों की टीम ने सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं।


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