विजन इंडिया प्लान, डेवलप, एसेंट में बोले सपा के राष्टÑीय अध्यक्ष
अथाह ब्यूरो
बंगलुरू। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि देश में आपातकाल जैसा माहौल है। देखा जा रहा है, देश के लोगों पर एक एकरंगी विचारधारा थोपी जा रही है। इस तरह से थोपा जा रहा है कि उन चीजों के बारे में लोगों को बहस करनी पड़ रही है। उन बातों पर घरों में बैठकर चर्चा कर रहे है, सोच रहे है। ऐसी बातों की पहले कभी चर्चा नहीं थी, जिनकी आज होती है। उन्होंने कहा कि भारत की पहचान विविधता रही है। हम सभी भारतीय एक हैं। सबको एक साथ जोड़कर रखना है। एकरूपता लाने की जरूरत है।
रविवार को बंगलुरू में आयोजित विजन इंडिया प्लान, डेवलप, एसेंट कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल अखिलेश यादव ने कहा है कि आज की भाजपा सरकार हमारी हिन्दुस्तानियत पर संकट पैदा कर रही है। विजन इंडिया कार्यक्रम में सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि जिन बातों की पहले चर्चा नहीं होती थी उन्हें अब राजनीति में लाया जा रहा है। जिससे दूरियां पैदा हो रही है। आज जो समाज में नकारात्मकता फैलाई जा रही है, उसे काउन्टर करना है। हमारा विजन इंडिया पॉजिटिव है। यह नकारात्मकता को काउन्टर करता है। वहीं जब प्रैगमेटिंग की बात करते है तो जहां हम विकासशील देश हैं वहीं हमारी सीमाएं है। हम दायरे में काम करें। हम प्रोग्रेसिव बात कर रहे हैं, उसका मतलब प्रगतिशील बने रहना है। लोगों को रूढ़िवादी सोंच से दूर ले जाना।
यादव ने कहा कि हमारे विजन इंडिया का मकसद है कि हम एकजुटता लाये। अपनी हिन्दुस्तानियत को पहचानें। विविधता में एकता की अपनी पहचान को लेकर आगे बढ़े। हमारी कोशिश है कि सभी लोग प्रोगेसिव हों। पॉजिटिव हो और सबको एक साथ लेकर चलने की बात करें। राजनीतिक तौर पर हम सभी लोग बहुत बाते करते है लेकिन जो प्लान डेवलपमेंट एसेन्ट विजन इंडिया को लेकर चल रहे है इसमें पॉजिटिव का मतलब है, भेदभाव को मिटाना। बराबरी का मौका दें। उसी से गैरबराबरी को दूर किया जा सकता है। इन्क्लूसिव का मतलब है जो आखिरी व्यक्ति है उसको साथ लेकर चलें। जो पिछड़ापन है और जो पिछडेपन के शिकार हुए हैं उसे कैसे दूर किया जाय। समाज में जिन लोगों का दमन हुआ है, महिलाओं के साथ जो भेदभाव का व्यवहार होता है, किसान-मजदूर और बेरोजगार युवा है, उन सभी को को आगे बढ़ाने के लिए हम इन्क्लूसिव की बात कर रहे हैं।
अखिलेश यादव ने कहा कि आज का युवा पॉजिटिव सोचता है। युवा दुनिया को जोड़ने के बारे में सोचता है। उन्होंने कहा कि हमने विजन इंडिया के लिए बंगलूरू को इसलिए चुना क्योंकि बंगलूरू स्टार्टअप इंडिया का हब है। बंगलूरू से हमें बहुत कुछ सीखने का मौका मिला। हमने सोचा कि विजन इंडिया का बड़ा काम, नया काम हम बंगलौर से शुरू करें। प्लान डेवलप की बात बंगलूरू से की जाय। विकासशील देश में स्टार्टअप और विकास के लिए बहुत मुश्किले हैं। देश के अन्दर बहुत समस्यायें हैं लेकिन स्टार्टअप पॉजिटिव रास्ता है। 2016 में सबसे पहले स्टार्टअप नीति समाजवादी सरकार ने उत्तर प्रदेश में बनायी। उसके लिए बजट का प्राविधान किया। अधिकारियों की टीम बनायी गयी। उस समय के चीफ सेक्रेटरी आलोक रंजन ने उसे आगे बढ़ाया।
यादव ने कहा कि हमारे विजन इंडिया का मकसद यूपी के शहरों में बैंगलोर जैसा इकोसिस्टम विकसित करना है, उसी तरह की सुविधाएं देना। हमने लखनऊ में आईटी सिटी बनाया। आज हजारों युवा वहां काम कर रहे है। हम ऐसा काम करेंगे जिससे यूपी के युवाओं को उत्तर प्रदेश में नौकरी और काम मिले। इसके लिए नीति बनाएंगे। उसी तरफ सरकार का फोकस होगा।
अखिलेश यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में कई स्किल पर काम करने की जरूरत है। उदाहरण के तौर पर कन्नौज का परफ्यूम का नाम और एसेंस पूरी दुनिया में मशहूर है। परफ्यूमरी का ऐसा काम है। जिससे सीधे किसान को लाभ होता है। उन्होंने कहा आज के युवाओं को सपोर्ट की जरूरत है। सरकार के लेबल पर नीति बनानी पड़ेगी। हमारे विजन इंडिया का मकसद है जगह-जगह पर इस कार्यक्रम से जो सुझाव मिलेंगे उसे हम अपनी नीति में शामिल करेंगे। नौजवानों के लिए संदेश है। हर सॉल्यूसन एक स्टार्टअप है। सरकार और सरकार के लोग पॉलिसी बनाकर आयेंगे तो युवा जुड़ेगा। इससे प्रदेश को फायदा होगा। नौजवानों को अपना भविष्य बनाने का मौका मिलेगा।
विजन इंडिया स्टार्टअप समिट कार्यक्रम के मुख्य संयोजक पूर्व कैबिनेट मंत्री अभिषेक मिश्र और मुख्य समन्वयक राजीव राय सांसद संचालक रहे। विजन इंडिया स्टार्टअप समिट चर्चा में यूपी के पूर्व मुख्य सचिव आलोक रंजन, किरण हेगड़े मुख्य रूप से शामिल हुए।
