राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ शताब्दी वर्ष का शुभारंभ
गाजियाबाद।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) विजयादशमी 2025 से अपने 100वें वर्ष में प्रवेश कर रहा है। यह शताब्दी वर्ष केवल संघ का उत्सव नहीं बल्कि राष्ट्र और समाज के लिए नवसंवाद, आत्ममंथन और संगठन शक्ति के नए अध्याय की शुरुआत है। शताब्दी समारोह की जानकारी रविवार को विद्या मंदिर, गाजियाबाद में आयोजित प्रेस वार्ता में दी गई। इसमें प्रचार प्रमुख गाजियाबाद विभाग अखिलेश, विभाग कार्यवाह देवेंद्र प्रताप और विभाग संघचालक कैलाश मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित रहे।
प्रचार प्रमुख गाजियाबाद विभाग अखिलेश ने जानकारी देते हुए कहा कि संघ पांच संकल्प के तहत पांच परिवर्तन की ओर बढ़ रहा है शताब्दी वर्ष में संघ अनेको कार्यक्रम का आयोजन कर रहा है। जो कार्यक्रम वर्ष भर अलग-अलग विषयो पर आधारित होंगे।
विभाग कार्यवाह देवेंद्र प्रताप जानकारी देते बताया कि संघ शताब्दी वर्ष को विशेष रूप से मना रहा है। संघ का शताब्दी वर्ष “एक शताब्दी, एक उद्देश्य: राष्ट्रहित सर्वोपरि” के मूल मंत्र के साथ मनाया जाएगा। इसका ध्येय समाज में आत्मअनुशासन, परिवार प्रबोधन, नागरिक उत्तरदायित्व, सामाजिक समरसता और पर्यावरण संरक्षण जैसे पंच परिवर्तन को जन-आंदोलन बनाना है।
विभाग संघचालक कैलाश जानकारी देते हुए बताया कि गाजियाबाद विभाग के प्रमुख कार्यक्रमो में
- पथ संचलन: 28 सितम्बर, 2 अक्टूबर और 5 अक्टूबर 2025 को बस्ती स्तर पर स्वयंसेवक पूर्ण गणवेश में अनुशासित पथ संचलन करेंगे।
- गृह संपर्क अभियान: 1 से 30 नवम्बर 2025 तक घर-घर जाकर संघ कार्य और शताब्दी गतिविधियों की जानकारी दी जाएगी।
- हिंदू सम्मेलन: 11 जनवरी से 15 फरवरी 2026 तक बस्ती स्तर पर सांस्कृतिक जागरण का आयोजन होगा।
- प्रमुख जन गोष्ठी: जिला/नगर स्तर पर प्रबुद्ध नागरिकों और समाजसेवियों के साथ विचार-विमर्श होगा।
- सद्भाव बैठक: अप्रैल 2026 में सामाजिक समरसता के लिए संत-महात्माओं व विभिन्न वर्गों का संगम होगा।
- युवा सम्मेलन: 15 अगस्त से 17 सितम्बर 2026 तक युवाओं में राष्ट्रभावना और संगठन शक्ति जागृत करने पर बल रहेगा।
- अधिकतम शाखा अभियान: 27 सितम्बर से 4 अक्टूबर 2026 तक शाखाओं के विस्तार का विशेष अभियान चलेगा।
प्रेस वार्ता में बताया गया कि शताब्दी वर्ष की गूंज देशभर में विजयादशमी से सुनाई देगी और यह अभियान राष्ट्रनिर्माण के संकल्प को और मजबूत करेगा।
