निर्वाचन आयोग के साथ ही प्रदेश सरकार त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर गंभीर
मार्च से पूरे देश में होनी है जनगणना, मार्च 2027 तक पूरी होगी
मार्च से पहले ही सरकार करवाना चाहेगी चुनाव
अशोक ओझा
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में किस्मत आजमाने की सोच रहे लोगों के लिए महत्वपूर्ण खबर है। पंचायत चुनाव मार्च 2026 से पहले संपन्न हो सकती है। इसके लिए राजनीतिक दलों के साथ ही प्रदेश सरकार ने भी तैयारी शुरू कर दी है।
बता दें कि उततर प्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों की तैयारी पंचायत राज विभाग ने काफी पहले ही शुरू कर दी है। प्रदेश में ग्राम प्रधानों का कार्यकाल 26 मई 2026, ब्लाक प्रमुखों का कार्यकाल 19 जुलाई और जिला पंचायत अध्यक्षों का कार्यकाल 11 जुलाई 2026 को समाप्त होगा। चूंकि प्रधानों का कार्यकाल मई के अंतिम सप्ताह में समाप्त होगा जिस कारण इस तिथि से पहले ही चुनाव संभावित है। पंचायत चुनावों के लिए सबसे पहले भारतीय जनता पार्टी ने तैयारी शुरू कर दी थी। लेकिन अब तो समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी समेत अन्य दलों ने भी तेज कर दी है। भाजपा के प्रदेश के जिम्मेदार नेता तो बैठकों में त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों के साथ ही विधान परिषद चुनावों की तैयारियों में जुटे हैं।
बता दें कि मार्च 2027 तक पूरे देश में जनगणना पूर्ण होनी है, जबकि जनगणना का काम मार्च 2026 में शुरू हो जायेगा। सूत्र बताते हैं कि जनगणना कार्य शुरू होने के बाद किसी भी प्रकार के चुनाव होना कठिन है। सूत्रों की मानें तो इस दौरान चुनाव न होने की संभावना है। यहीं कारण है कि प्रदेश सरकार और राज्य चुनाव आयोग इस पर विचार कर रहा है कि फरवरी 2026 के अंत तक त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव करवा लें। हालांकि बीडीसी सदस्य और जिला पंचायत सदस्यों का चुनाव होने के कारण ब्लाक प्रमुख तथा जिला पंचायत अध्यक्षों का चुनाव तो इसके बाद हो ही जायेगा।
केंद्रीय गृह मंत्रालय के साथ ही जनगणना निदेशालय में भी जनगणना को लेकर तैयारियां तेजी से चल रही है। बता दें कि चुनाव में जो अधिकारी- कर्मचारी लगेंगे उनमें से ही अधिकांश की ड्यूटी भी जनगणना में लगेगी, यह कारण भी है कि जनगणना के साथ चुनाव नहीं हो सकते।
