- जीडीए बोर्ड सदस्य पवन गोयल ने बोर्ड अध्यक्ष के समक्ष उठाई मांग
- ले आऊट गायब होने के बाद सस्ते में बिके प्लाट, हुआ बड़ा घोटाला
अथाह संवाददाा
गाजियाबाद। गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (जीडीए) बोर्ड सदस्य पवन गोयल ने बोर्ड अध्यक्ष एवं मंडलायुक्त के समक्ष मुद्दा उठाया कि राधेश्याम पार्क का ले आऊट पहले गायब हो गया और सभी प्लाट बिकने के बाद वह मिल गया। इस प्रकरण की उच्चस्तरीय जांच हो तथा दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाये।
मंगलवार को मंडलायुक्त एवं जीडीए बोर्ड अध्यक्ष की अध्यक्षता में संपन्न हुई प्राधिकरण बोर्ड की बैठक में जीडीए बोर्ड सदस्य पवन गोयल ने मुद्दा उठाया कि गाजियाबाद के राजेंद्र नगर में राधेश्याम पार्क स्थित है। उन्होने कहा लगभग 12 वर्ष पूर्व गाजियाबाद विकास प्राधिकरण के पोर्टल से राधेश्याम पार्क का ले-आऊट गायब हो गया जो बहुत चिन्ता का विषय था। उन्होंने कहा वहां जितने भी प्लाट के स्वामी थे उन्होंने अपने प्लाट राधेश्याम पार्क का ले-आऊट प्लान गायब होने के कारण बहुत सस्ती कीमत पर बेच दिये, क्योंकि वे भवन निर्माण का नक्शा गाजियाबाद विकास प्राधिकरण से पास नहीं करा पा रहे थे।
गोयल ने कहा कि वे प्लाट किसी एक ग्रुप ने सस्ते दामों पर खरीद लिये हैं। जैसे ही वे प्लाट बिके गाजियाबाद विकास प्राधिकरण के पोर्टल पर स्वयं राधेश्याम पार्क का ले-आऊट प्लान आ गया यह बहुत बड़ा जांच का विषय है या दूसरे शब्दों में कहूं तो यह बहुत बड़ा घोटाला है। उन्होंने मांग की कि इस पूरे प्रकरण की गंभीरता से जांच करवाई जाये और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाये।
