Dainik Athah

पहले दिन प्राप्त हुई 20 शिकायतें, दो का मौके पर निस्तारण, 15 शिकायतों के लिए तय की गयी समय सीमा

  • रेरा से जुडे मामलों के निस्तारण के लिए जीडीए उपाध्यक्ष की अनूठी पहल
  • आवंटियों की समस्याओं का समय रहते निस्तारण न किए जाने पर संबंधित अधिकारियों को फटकार
  • इंद्रप्रस्थ योजना में प्राधिकरण लगाएगा कैंप, मौके पर होगी सुनवाई

अथाह संवाददाता
गाजियाबाद।
नक्शा समाधान दिवस की तर्ज पर गाजियाबाद विकास प्राधिकरण के द्वारा रेरा से जुडे मामलों के निस्तारण की दिशा में पूर्व से तय कार्यक्रम के अनुसार गुरूवार को प्राधिकरण के सभागार कक्ष में प्राधिकरण उपाध्यक्ष अतुल वत्स की अध्यक्षता में आयोजित ‘रेरा समाधान दिवस’ कार्यक्रम के दौरान कुल 20 शिकायतकर्ता पहुंचे। दो शिकायतों का मौके पर ही निस्तारण कर दिया गया और शिकायतकतार्ओं के द्वारा रेरा से केस समाप्त करने की सहमति के लिए हलफनामा दिया गया। इस दौरान संबंधित अधिकारियों को मामलों का समय से निस्तारण न करने पर उपाध्यक्ष अतुल वत्स ने फटकार भी लगाई।

इस दौरान कुछ शिकायतकतार्ओं का तर्क था कि यदि उनकी शिकायतों का समय रहते निस्तारण कर दिया जाता है, तो वह केस वापस लेने के लिए हलफनामा प्रस्तुत करने के लिए सहमत है। उदाहरण स्वरूप इंद्रप्रस्थ योजना से जुडे आवंटी राजेंद्र सिंह, चंद्र शिला अपार्टमेंट से जुड़ी आवंटी खुशबू सिंघल, ऋचा सिंघल का तर्क था कि उनके प्रकरणों में रेरा से जारी आरसी का पेमेंट यदि कर दिया जाता है तो वह केस समाप्त करने के लिए सहमत हैं। इसी तरह पंकज गोयल की इंद्रप्रस्थ योजना में भवन पर कब्जा दिए जाने से जुडी़ शिकायत थीं, उनका तर्क था कि प्राधिकरण उन्हें यदि समय रहते कब्जा उपलब्ध करा दिया जाता है तो वह मामले को वापस लेने को तैयार है।
इसी तरह से जयवीर सिंह का मधुबन बापू धाम योजना में कब्जा और रजिस्ट्री से जुडी़ शिकायत थीं, जयवीर सिंह के द्वारा भी समय से कब्जा दिए जाने के साथ रजिस्ट्री कराए जाने की स्थिति मे केस वापस लेने की सहमति दी।

रेरा से जुडे़ प्रकरणों के निस्तारण के दौरान खुद गाजियाबाद विकास प्राधिकरण उपाध्यक्ष अतुल वत्स उपस्थित रहे। प्राधिकरण उपाध्यक्ष ने लंबित कार्रवाई के लिए अधीनस्थ अधिकारियों को फटकार लगाते हुए निर्देश दिए कि अगले समाधान दिवस के आयोजन से पूर्व ही इन सभी प्रकरणों का निस्तारण नियमत: करा दिया जाए। इस दौरान यह भी सामने आया कि यदि आवंटियों को मूलभूत सुविधाएं तथा उनकी समस्याओं को ध्यान दिया जाए, तो उन्हे रेरा मे केस करने की जरूरत ही ना हो।

जीडीए उपाध्यक्ष ने निर्देश दिए कि इंद्रप्रस्थ आदि योजनाओं में कैंप लगाते हुए न केवल आवंटियों की समस्याओं को सुना जाए, बल्कि उनका प्राथमिकता के साथ निस्तारण किया जाए। कैंप की व्यवस्था से आवंटियों से तालमेल भी बना रहेगा, साथ ही व्हाटसअप ग्रुप बनाकर सभी से तालमेल रखा जाए। रेरा से जुडे़ मामले रखने के लिए सुबह 10 से दो बजे तक का समय रखा गया था। इसी तरह हर माह के तीसरे वृहस्पतिवार को रेरा समाधान दिवस का आयोजन किया जाता रहेगा। उक्त बैठक सभी संयुक्त सचिव, अधिशासी अभियंता, सहायक अभियंता, विधि अधिकारी व अन्य संबंधित अधिकारियों की मौजूदगी रही।ं


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