अथाह ब्यूरो
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा की सरकार लोकतंत्र का मजाक बना रही है। चुनाव में धांधली करना भाजपा अपना अधिकार समझती है। 2022 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने वोट लूटकर चुनाव जीता था। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी ने 18 हजार मतदाताओं की सूची चुनाव आयोग को दी थी जिनके नाम 2022 के चुनाव में कटे थे अभी तक मामला ठंडे बस्ते में पड़ा है। अयोध्या में एक बुजुर्ग 6 वोट डाल आये थे। मिल्कीपुर में, मुरादाबाद, कुंदरकी, मीरापुर सभी जगह धांधली उजागर हुई। समाजवादी पार्टी के कार्यकतार्ओं को इसलिए सजग रहना है।
यादव ने बुधवार को समाजवादी पार्टी के प्रदेश मुख्यालय लखनऊ में पत्रकार वार्ता को सम्बोधित करते हुए कहा कि भाजपा सरकार की प्राथमिकता में स्कूल नहीं है। बच्चे स्कूल गए तो वहां ताला लगा मिला। स्कूल और पोलिंग बूथ दूर-दूर बनाएं जा रहे है। दूर-दूर बूथ बनाने से मतदाता परेशान होंगे। भाजपा सरकार के मंत्री और अधिकारी एक दूसरे की खिलाफत में है। भाजपा सरकार में बंटवारे का झगड़ा शुरू हो गया है। उन्होंने कहा कि वृक्षारोपण भाजपा का एक और इवेंट है। 200 करोड़ वृक्ष लगाने का दावा है। एक हजार एकड़ भूमि में 1 लाख 24 हजार पेड़ लगते हैं। भाजपा के दावे वाले पेड़ कहां लगेंगे? समाजवादी पार्टी की सरकार में पारिजात बरगद के पेड़ लगाए गये थे। मौसमी फल के पौधे लगाए गए थे। आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे के किनारे पेड़ लगे हैं। भाजपाई नकल करते है पर अच्छा काम नहीं कर पाते। उन्होंने कहा कि गुजरात मॉडल धोखा है। पुल गिर रहे है। भर्तियों में आउटसोर्स कंपनियां बदलती रहती है। संविदाकर्मी परेशान रहते है।
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार में जिस पर जिस काम की जिम्मेदारी है वह उस काम को नहीं कर रहा हैं। उन्होंने कहा कि समाजवादी सरकार बनने पर विकास का रास्ता खुलेगा। किसानों, नौजवानों की जिंदगी में खुशहाली आएगी। समाज के प्रत्येक वर्ग को सम्मान जनक जीवन मिलेगा। सबको 2027 में भाजपा को सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाना होगा। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी की सरकार बनने पर हम उत्तर प्रदेश के टैलेंट को सम्मान देने का काम करेंगे। यश भारती सम्मान फिर शुरू करेंगे और पेंशन भी देंगे।
इस अवसर पर रामगोविन्द चौधरी, राजेन्द्र चौधरी पूर्व कैबिनेट मंत्री, श्याम लाल पाल प्रदेश अध्यक्ष समाजवादी पार्टी, रमाशंकर विद्यार्थी राजभर सांसद, राममूर्ति वर्मा, राजेन्द्र कुमार, पवन पाण्डेय, डॉ. राजपाल कश्यप, सुदीप सेन, राम सागर अकेला पूर्व सांसद तथा प्रो0 सुधीर पंवार की उपस्थिति उल्लेखनीय है।