Dainik Athah

जो रामभक्तों पर गोली चलवा चुके, उन्हें आस्था की बात करने का अधिकार नहीं: स्वतंत्र देव सिंह

  • कांवड़ यात्रा को लेकर दिए गए सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के बयान पर कैबिनेट मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने किया पलटवार
  • सपा शासनकाल में न तो कांवड़ यात्रा की गरिमा का ध्यान रखा गया और न ही सुरक्षा की समुचित व्यवस्था हुई- स्वतंत्र देव सिंह
  • अखिलेश यादव का बयान सिर्फ राजनीतिक अवसरवाद और आस्था पर की गई पिछली राजनीति को छिपाने की कोशिश – कैबिनेट मंत्री
  • परिवारवाद पर आधारित पार्टी को भाजपा के नेतृत्व पर सवाल उठाने का नैतिक अधिकार नहीं- स्वतंत्र देव सिंह
  • योगी सरकार में श्रद्धा, सुरक्षा और व्यवस्था का है अद्वितीय समन्वय

अथाह ब्यूरो
लखनऊ
। कांवड़ यात्रा को लेकर समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव द्वारा दिए गए बयान पर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने अखिलेश पर आस्था का राजनीतिक दुरुपयोग करने का आरोप लगाते हुए कहा कि जो लोग कभी रामभक्तों पर गोलियां चलवा चुके हैं, वे आज श्रद्धालुओं के हित की बातें करके जनता को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं।
स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि सपा शासनकाल में न तो कांवड़ यात्रा की गरिमा का ध्यान रखा गया और न ही सुरक्षा की समुचित व्यवस्था की गई। आज जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वयं कांवड़ियों के मार्ग और उनकी सुरक्षा की व्यवस्था को परखने के लिए हवाई सर्वेक्षण कर रहे हैं और मांस-मदिरा की दुकानों को बंद कराने से लेकर साफ-सफाई, मेडिकल, ट्रैफिक आदि सभी व्यवस्थाओं को सुनिश्चित कर रहे हैं, तब अखिलेश यादव को अचानक कांवड़ियों की चिंता होने लगी है। अखिलेश यादव का यह बयान न सिर्फ राजनीतिक अवसरवाद है, बल्कि आस्था पर की गई पिछली राजनीति को छिपाने की कोशिश भी है। यूपी की जनता उनके मंसूबों को भलिभांति समझ चुकी है। वो उनके हर एजेंडे को नाकाम करने का मन बना चुकी है।

परिवारवाद पर आधारित पार्टी को भाजपा पर सवाल उठाने का नैतिक अधिकार नहीं
कैबिनेट मंत्री ने अखिलेश के आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा एक कैडर आधारित पार्टी है, जहां संगठन के सभी निर्णय लोकतांत्रिक प्रक्रिया के तहत लिए जाते हैं। अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी जैसी परिवारवाद आधारित पार्टी को भाजपा की नेतृत्व प्रणाली पर सवाल उठाने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है। स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि जो पार्टी अपने संगठन में परिवार से बाहर किसी का नाम तक नहीं सोच सकती, वह लोकतंत्र की बात कैसे कर सकती है?

अखिलेश यादव को न तो आस्था की समझ है और न ही व्यवस्थाओं के प्रति कोई अनुभव
स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि अखिलेश यादव के बयानों से यह स्पष्ट है कि उन्हें न तो आस्था की समझ है और न ही व्यवस्थाओं के प्रति कोई अनुभव। योगी सरकार में आस्था का सम्मान सर्वोपरि है और सरकार का उद्देश्य श्रद्धालुओं को न केवल सुविधा देना है, बल्कि कांवड़ यात्रा की पवित्रता को अक्षुण्ण रखना भी है। उन्होंने कहा कि यह वही सरकार है जिसने हर धार्मिक आयोजन को सुरक्षा, स्वच्छता और सुव्यवस्था के साथ सम्पन्न कर एक नई मिसाल कायम की है। योगी सरकार में श्रद्धा, सुरक्षा और व्यवस्था का अद्वितीय समन्वय स्थापित किया है।


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