अंदर सदन में बैठक बाहर हंगामा


अथाह संवाददाता
गाजियाबाद। नगर निगम द्वारा जनता पर थोपे गए हाउस टैक्स के बढ़े बिल के विरोध में सामाजिक संगठनों,व्यापारियों, राजनीतिक दलों और जनप्रतिनिधियों पार्षदों ने मोर्चा खोल रखा था काफी समय से नगर निगम के तानाशाह पूर्ण रवैये के विरोध में धरना प्रदर्शन किए जा रहे थे जिसका जन प्रतिनिधियों खासकर पार्षदों ने समर्थन किया और जनहित में जनता के साथ खड़े दिखाई दिए। पार्षदों द्वारा महापौर व नगर आयुक्त से बैठक बुलाने का दबाव बनाया। सोमवार को पूर्व निर्धारित समय पर शुरू हुई बोर्ड बैठक में पार्षदों ने बैठक शुरू होने से पहले ही नारेबाजी शुरू कर दी। मिनी सदन में जहां अंदर नारेबाजी चल रही थी वहीं बढ़े हुए टैक्स के विरोध में निगम मुख्यालय के बाहर व्यापारी प्रदर्शन कर रहे थे।विरोध के बाद निगम ने वापस लिया बढ़े टैक्स का फैसला गाजियाबाद नगर निगम ने प्रॉपर्टी टैक्स में बढ़ोतरी का फैसला विरोध के बाद वापस ले लिया है। संपत्ति कर में बढ़ोतरी दो महीने के लिए स्थगित किया गया है। इस फैसले से गाजियाबाद के लगभग छह लाख करदाताओं को फिलहाल बड़ी राहत मिली है।

संपत्ति कर में बढ़ोतरी के विरोध में नगर निगम की बोर्ड बैठक आज सोमवार (30 जून) को बुलाई गई। बोर्ड बैठक में संपत्ति कर में बढ़ोतरी का सभी पार्षदों ने जमकर विरोध किया। बैठक में गाजियाबाद नगर निगम महापौर सुनीता दयाल ने कहा कि संपत्ति कर में बढ़ोतरी के लिए अधिकारी नई नीति बनाएं।

बता दें कि नगर निगम द्वारा डीएम सर्किल रेट के आधार पर संपत्ति कर बढ़ाने का शहर में लगातार विरोध हो रहा था, जिसके बाद बढ़ा हुआ हाउस टैक्स निरस्त किया गया है। महापौर सुनीता दयाल ने बोर्ड बैठक की अध्यक्षता की। इसमें सभी पार्षद और निगम अधिकारी मौजूद रहे
उल्लेखनीय है कि इससे पहले, वसुंधरा के लोगों ने चंद्रशेखर पार्क में रविवार को हाउस टैक्स में तीन से चार गुना हुई वृद्धि को लेकर बैठक कर रोष जताया था। लोगों ने मांग की थी कि इस पर नगर निगम को जल्द रोक लगानी चाहिए।

फेडरेशन सचिव ऋचा त्यागी ने कहा था कि अगर नगर निगम की बोर्ड बैठक में सदन गृह कर वृद्धि रोकने में विफल रहता है तो इसे जनता की अवहेलना करार देते हुए जनप्रतिनिधियों सहित पूरे नगर निगम के विरुद्ध विरोध प्रदर्शन मंगलवार से ही शुरू हो जायेंगे।

विधायकों ने जनहित में खुलकर किया हाउस टैक्स का विरोध सोमवार को हुई निगम बोर्ड बैठक में शुरू से ही हाउस टैक्स का मुद्दा उठा। हालांकि बैठक हाउस टैक्स बृद्धि के खिलाफ ही बुलाई गई थी,बैठक में जहां पार्षदों ने खुलकर जनता के समर्थन में अपनी बात कही। वहीं विधायकों ने भी जनहित के सुर में सुर मिलाया। विधायक अजीत पाल त्यागी ने सबसे पहले हाउस टैक्स वृद्धि को जनहित में गलत करार दिया तथा इसे तुरंत वापस लेने की बात कही इसके साथ ही विधायक संजीव शर्मा, सुनील शर्मा, सांसद अतुल गर्ग ने हाउस टैक्स वृद्धि को जनहित में गलत बताया तथा महापौर व नगर आयुक्त से इसे निरस्त करने की मांग रखी।

