- आउटर रिंग रोड के निर्माण के बाद मिलेगा एक बडी आबादी को लाभ
- आउटर रिंग रोड के लिए जीडीए सीधे किसानों से अर्जित करेगा जमीन

अथाह संवाददाता
गाजियाबाद। आउटर रिंग रोड का निर्माण कार्य पूरा होने के बाद राजनगर एक्सटेंशन समेत एक बडी आबादी को लाभ प्राप्त होगा। गाजियाबाद विकास प्राधिकरण उपाध्यक्ष अतुल वत्स ने अर्जन विभाग को प्रस्तावित रिंग रोड 45 मीटर के स्थान पर 60 मीटर का प्लान तैयार करते हुए प्रस्तुत करने के दिशा निर्देश दिए है।
समीक्षा बैठक के दौरान सामने आया कि साल 2018 के दौरान 6 किलो मीटर के हिस्से में सरकुलर प्लान में 45 मीटर चौडी आउटर रिंग रोड के निर्माण का खाका तैयार किया गया था। जबकि जोनल प्लान में 60 मीटर चौडी आउटर रिग रोड प्रस्तावित की गई है। किसानों से मतभेद एवं कुछ किसानों के अदालत की शरण लेने के परिणाम स्वरूप आउटर रिंग रोड के निर्माण का कार्य गति नहीं पकड पाया। बैठक के दौरान ये भी सामने आया कि नूर नगर में करीब 553 मीटर एवं भोवापुर अटौर में करीब 1010 मीटर एवं शाहपुर मोरटा के करीब 548 मीटर के हिस्से में विवाद के चलते आउटर रिंग रोड के निर्माण का कार्य प्रभावित है।
बैठक के दौरान प्राधिकरण उपाध्यक्ष ने स्पष्ट किया कि आउटर रिंग रोड के लिए जमीन प्राधिकरण अर्जन विभाग के माध्यम से अर्जित करेगा।इसी के मददेनजर कार्रवाई को तेज किया जाए। ये भी स्पष्ट किया कि जिन किसानों के द्वारा अभी भी मतभेद उत्पन्न किया जा रहा है,उनसे सुलह के प्रयास किए जाए। ताकि आने वाले वक्त मे आउटर रिंग रोड के निर्माण के बाद उसका एक बडी आबादी को लाभ प्राप्त हो सकें।जीडीए के निर्माण विभाग के द्वारा आउटर रिंग रोड के मददेनजर डिमार्केशन की मुहिम आंरंभ कर दी गई है। जिस कडी मे मंगलवार को जीडीए के अभियंत्रण अनुभाग तथा अर्जन अनुभाग की संयुक्त टीम के द्वारा डिमार्केशन करते हुए पिलर लगाने का कार्य किया गया। साथ ही 60 मीटर के प्रस्तावित एलाइनमेंट को भी चेक किया गया