अथाह संवाददाता
गाजियाबाद। जीडीए की महत्वाकांक्षी हरनंदीपुरम आवासीय योजना में 06 जून दिन शुक्रवार को पहली रजिस्ट्री सम्पन्न हो गई। ग्राम नंगला फिरोज मोहनपुर की निवासी रूबी पत्नी दीपक कुमार को उनके खसरा संख्या 364 मि०, रकबा 0.0759 हेक्टेयर भूमि के एवज में 43,71,840 (तेंतालीस लाख इकहत्तर हजार आठ सौ चालीस रुपये) का मुआवज़ा प्रदान किया गया। यह रजिस्ट्री इस बहुप्रतीक्षित योजना की धरातलीय शुरुआत मानी जा रही है।
गाजियाबाद विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अतुल कुमार वत्स द्वारा निर्देशित यह योजना एक ड्रीम प्रोजेक्ट के रूप में देखी जा रही है, जिसका उद्देश्य गाजियाबाद को स्मार्ट, पर्यावरणीय और नागरिक-केंद्रित शहरी स्वरूप मे विकसित करना है।
हरनंदीपुरम योजना की शुरुआत वर्ष 2025 के प्रारंभ में की गई थी। इसका उद्देश्य गाजियाबाद और एनसीआर क्षेत्र के निवासियों को आधुनिक, सुरक्षित और सुनियोजित आवासीय सुविधाएँ उपलब्ध कराना है। यह योजना मई 2025 में मेरठ मंडलायुक्त एवं GDA अध्यक्ष श्री ऋषिकेश भास्कर यशोद की अध्यक्षता में आयोजित प्राधिकरण की 169वीं बोर्ड बैठक में अनुमोदित की गई थी।
योजना के अंतर्गत कुल 501 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण प्रस्तावित है। पहले चरण में 336 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा, जो कि जिले के पाँच ग्रामों—मथुरापुर, शमशेर, चंपतनगर, भनेरा खुर्द और नंगला फिरोज—से ली जाएगी। किसानों को उनकी भूमि के सर्किल रेट से चार गुना मुआवज़ा देने का प्रावधान है।
योजना मे भूमि क्रय की कुल लागत 2,384 करोड़ प्रस्तावित है। इसमें से 400 करोड़ की धनराशि उत्तर प्रदेश शासन द्वारा मुख्यमंत्री शहरी विस्तारीकरण योजना के अंतर्गत उपलब्ध कराई जाएगी, जबकि शेष राशि GDA द्वारा अपने स्रोतों से जुटाई जाएगी। योजना को चरणबद्ध तरीके से विकसित किया जाएगा ताकि हर कार्य निर्धारित समय में पूर्ण हो सके।