- 222 लीडटर डीजल चोरी का प्रकरण आयाा सामने, नगर आयुक्त का कड़ा रूख
- जोनल सेनेटरी आॅफिसर तथा संबंधित बाबू को जारी किया स्पष्टीकरण
- मामले की जांच के बाद दोषियों के विरुद्ध होगी एफआईआर: नगर आयुक्त
अथाह संवाददाता
गाजियाबाद। गाजियाबाद नगर निगम द्वारा सभी विभागों के वाहनों को नंदग्राम स्थित सरकारी पेट्रोल पंप के माध्यम से डीजल की आपूर्ति की जा रही है, जिसमें 2000 लीटर डीजल की चोरी के प्रकरण की शिकायत नगर आयुक्त को प्राप्त हुई जिस पर तत्काल प्रभाव से कार्यवाही की गई। मौके पर महापौर द्वारा भी जाकर प्रकरण की जानकारी ली गई। इसके बाद नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक ने नंदी गौशाला के सामने स्थित पेट्रोल पंप पर सुपरवाइजर संजय जो कि स्थाई कर्मचारी है को तत्काल निलंबित कर दिया गया तथा दो आउटसोर्सिंग कर्मचारी सत्येंद्र तोमर तथा सत्येंद्र पोद्दार को बर्खास्त भी किया गया है। पेट्रोल पंप पर निगरानी बनाए रखने के लिए सीसीटीवी कैमरा लगाने तथा पेट्रोल पंप की बाउंड्री करने के निर्देश दिए गए तथा पेट्रोल पंप का सभी डाटा डिजिटल करने के निर्देश टीम को दिए गए’
डीजल चोरी प्रकरण की शिकायत प्राप्त होती ही सेनेटरी जोनल आॅफिसर द्वारा मौके पर जांच की गई डीजल वितरित करते समय अनियमिता पाए जाने पर डीजल को तथा गाड़ी को जप्त कर लिया गया तथा कार्यवाही की गई, छुट्टी के दिन इस प्रकार का कृत्य किया जा रहा था जिसकी शिकायत प्राप्त होते ही कड़ी कार्यवाही विभाग द्वारा की गई जिसकी सूचना महापौर तथा नगर आयुक्त को भी दी गई।
नगर आयुक्त द्वारा बताया गया कि नंदग्राम स्थित निगम का पेट्रोल पंप जिससे सभी विभागीय वाहनों को डीजल की आपूर्ति की जाती है शिकायत प्राप्त हुई की मौके पर चोरी हो रही है जिसका तत्काल संज्ञान लेते हुए संबंधित सुपरवाइजर को निलंबित किया गया है आउटसोर्सिंग दो कर्मियों को भी तत्काल पर प्रभाव से बर्खास्त किया गया है इसके अलावा जोनल सेनेटरी आॅफिसर ओमपाल व संबंधित बाबू को स्पष्टीकरण जारी किया गया है साथ ही प्रकरण की पूरी जांच करने के लिए उच्च स्तरीय जांच कमेटी भी बनाई गई है जांच के उपरांत दोषियों के विरुद्ध ऋकफ भी कराई जाएगी किसी प्रकार की लापरवाही करने वालों या प्रकरण में सम्मिलित को बक्सा नहीं जाएगा, अपर नगर आयुक्त अवनींद्र कुमार तथा नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर मिथिलेश व समस्त विभागीय अधिकारियों को मॉनिटरिंग प्रबल रखने के कड़े निर्देश दिए गए।