- प्रदेश अध्यक्ष चुनाव- मंत्रिमंडल में फेरबदल की चर्चाओं के बीच
- होली के बाद होनी है प्रदेश अध्यक्ष की घोषणा
- प्रदेश अध्यक्ष से पहले होनी है जिलाध्यक्षों के नामों की घोषणा
अशोक ओझा
लखनऊ। भाजपा संगठन पर्व 2025 के अंतर्गत प्रदेश भाजपा अध्यक्ष का चुनाव और मंत्रिमंडल में बदलाव की चर्चाओं के बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं राष्टÑीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात को महत्वपूर्ण माना जा रहा है। माना जा रहा है कि प्रदेश अध्यक्ष वह होगा जो योगी से तालमेल बैठाकर चलेगा। इसके पीछे 2027 के विधानसभा चुनाव को महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
बता दें कि भाजपा के संगठन पर्व 2025 के तहत मंडल अध्यक्षों से लेकर राष्ट्रीय अध्यक्ष तक का चुनाव होना है। इसमें मंडल अध्यक्षों के चुनाव कुछ स्थानों को छोड़कर पूरे प्रदेश में संपन्न हो चुके हैं। इसके साथ ही प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव होना है। यह चुनाव होली के बाद होगा, लेकिन उससे पहले भाजपा प्रदेश के सभीर जिला- महानगर अध्यक्षो के नामों की घोषणा करेगी। इसके बाद ही राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव संपन्न होगा। कुछ जिलों में जिलाध्यक्षों के लिए नामांकन रविवार को हुआ तो शेष बचे जिलों में भी एक दो दिन में संपन्न हो जायेगा। जिलाध्यक्षों की घोषणा में देरी से पार्टी की किरकिरी भी हो रही है।

इसी बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शनिवार को ही दिल्ली पहुंच गये। उन्होंने शनिवार को जहां राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की, वहीं रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उनकी करीब एक घंटे की मुलाकात की खबरें आ रही है। सूत्रों की मानें तो इस दौरान जहां सीएम योगी ने प्रधानमंत्री को महाकुंभ के आयोजन की जानकारी देने के साथ ही उनका आभार व्यक्त किया, वहीं उन्होंने नड्डा और प्रधानमंत्री मोदी से उत्तर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष के नामों को लेकर चर्चा की। इसके साथ ही होली के बाद ही उत्तर प्रदेश मंत्रिमंडल में संभावित फेरबदल को लेकर भी दोनों से बातचीत की। सूत्र बताते हैं कि कुछ मंत्रियों को हटाने के साथ ही कुछ के विभाग भी बदले जायेंगे।
प्रधानमंत्री मोदी और नड्डा से योगी की मुलाकात इसलिए भी महत्वपूर्ण है कि 2027 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में अब बनने वाले प्रदेश अध्यक्ष की भूमिका भी महत्वपूर्ण होगी। उन्होंने इसके साथ ही उत्तर प्रदेश के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मार्ग दर्शन भी प्राप्त किया।
होली के बाद पहले घोषित होंगे जिलाध्यक्ष, फिर प्रदेश अध्यक्ष
होली के त्यौहार के बाद भाजपा पहले जिला और महानगर अध्यक्षों के नामों की घोषणा करेगी। उम्मीद है कि होली के एक सप्ताह के बाद यह घोषणा हो सकती है, हालांकि जिम्मेदार पदाधिकारियों ने इस मुद्दे पर चुप्पी साधे हुई है। जिन जिलों में जिलाध्यक्षों के लिए नामांकन नहीं हुए थे वहां पर रविवार से नामांकन की प्रकिया शुरू हुई है। इसके बाद ही अध्यक्ष तय होंगे। हालांकि कहा जा रहा है कि इन जिलों में किस जाति का अध्यक्ष होगा यह पहले ही तय कर लिया गया है।
प्रदेश अध्यक्ष के दावेदारों की लंबी फेहरिस्त
यदि प्रदेश अध्यक्ष के दावेदारों की बात करें तो लंबी फेहरिस्त है। हर जाति का नेता प्रदेश अध्यक्ष का दावेदार है। सूत्र बताते हैं कि इस बार ब्राह्मण अथवा वैश्य बिरादरी पर भाजपा दाव लगा सकती है। लेकिन इसमें भी तेजतर्रार की आवश्यकता है।