सूरज मल ट्रस्ट जनकपुरी दिल्ली के चुनाव में
एक नेता ने भाजपा समर्थित को दिलवाई एक वोट, ताऊ ने विपक्ष को सात वोट
कई तो बगैर वोट के पहुंचे नेतागिरी करने
अथाह संवाददाता
गाजियाबाद। महाराजा सूरज मल स्नातक शिक्षण संस्थान जनकपुरी नई दिल्ली के चुनाव में भाजपा को तगड़ा झटका लगा है। इस चुनाव ने जहां उत्तर प्रदेश, हरियाणा और राजस्थान के जाट नेताओं की पोल खोली, वहीं पश्चिमी उतर प्रदेश ओर खासकर गाजियाबाद जिले के जाट नेताओं की पोल खोल कर रख दी। इन नेताओं ने दिखावा खूब किया, नतीजा भाजपा समर्थित पैनल को बुरी तरह हार का सामना करना पड़ा।
इस चुनाव में भाजयुमो के राष्ट्रीय महामंत्री रोहित चहल के पारिवारिक सदस्य चुनाव लड़ने वाले थे, लेकिन 21 सदस्यों के चुनाव में भाजपा समर्थित एक भी सदस्य नहीं जीत सका। कुल 2990 मत पड़े जिसमें से 1827 मत जीतने वाले पैनल को मिले। भाजपा समर्थित पैनल की बुरी तरह हार हुई।
इस चुनाव में पऊप्र भाजपा के अधिकांश बड़े जाट नेता सक्रिय थे इनकी पोल तो खुली ही साथ ही गाजियाबाद के जाट नेताओं की पोल भी खुल गई।
गाजियाबाद के जाट नेताओं की हकीकत
एक जाट नेता बिरादरी के नाम पर चेयरमैन बन गए लेकिन वोट एक ही दिलवा पाए। इसी प्रकार एक पूर्व चेयरमैन समर्थकों के साथ चुनाव में पहुंचे, लेकिन वोट कोई नहीं दिला सके। एक प्रमुख जी ने एक वोट दिलवाया, जबकि उनके ताऊ विपक्षी खेमे के साथ थे और भाजपा विरोधी पैनल को सात वोट दिलवाए। एक अन्य जाट प्रमुख कोई वोट नहीं दिला सके। जबकि जिले के एक महामंत्री तीन वोट लेकर गए। इस प्रकार जिले के अन्य जाट नेता भी कोई योगदान नहीं दे सके।