- मुख्यमंत्री ने जनजातीय युवा आदान-प्रदान कार्यक्रम 2025 के तहत ओडिशा, झारखंड, छत्तीसगढ़ व मध्य प्रदेश के युवाओं से किया संवाद
- 25 करोड़ की आबादी के बावजूद यूपी में कहीं अव्यवस्था नहीं: मुख्यमंत्री
- पीएम मोदी ने 15 नवंबर को भगवान बिरसा मुंडा की जयंती (जनजातीय दिवस) के रूप में घोषित की: सीएम
- सीएम ने युवाओं को दिया मंत्र- राष्ट्रधर्म ही सर्वोपरि
- बोले-जब भी राष्ट्र-धर्म के सामने चुनौती आई तो मुकाबला करने के लिए तैयार रहा जनजातीय समुदाय
अथाह ब्यूरो
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जनजातीय संस्कृति के संरक्षण के लिए देश पूरी तत्परता से कार्य कर रहा है। इसके लिए अनेक कार्यक्रम भी चलाए जा रहे हैं। पीएम मोदी ने 15 नवंबर की तिथि को भगवान बिरसा मुंडा की जयंती (जनजातीय दिवस) के रूप में घोषित की। भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती वर्ष होने के कारण यह वर्ष अत्यंत महत्वपूर्ण है।
मुख्यमंत्री ने जनजातीय युवा आदान-प्रदान कार्यक्रम 2025 के तहत रविवार को अपने सरकारी आवास पर ओडिशा, झारखंड, छत्तीसगढ़ व मध्य प्रदेश के युवाओं से संवाद किया। इस दौरान युवाओं ने अपनी बातें रखीं और अपने राज्य की सांस्कृतिक झलक भी प्रस्तुत की। सीएम ने विपरीत मौसम में भी उत्तर प्रदेश के लखनऊ में आए युवाओं का स्वागत किया।
यूपी की विशेषताओं से कराया परिचित
सीएम ने युवाओं को यूपी से परिचित कराते हुए बताया कि यूपी देश की सबसे बड़ी आबादी का राज्य है। यहां 25 करोड़ की आबादी निवास करती है। 75 जनपद, 18 मंडल, 350 से अधिक तहसीलें, 825 से अधिक विकास खंड, 17 नगर निगम, 200 से अधिक नगर पालिका परिषद और 400 से अधिक नगर पंचायतें हैं। यह प्रकृति व परमात्मा की विशेष भूमि है। मां गंगा, यमुना व सरस्वती की त्रिवेणी प्रयागराज में 13 जनवरी से 26 फरवरी तक महाकुम्भ होने जा रहा है। इसमें 40 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। यूपी में काशी विश्वनाथ धाम, भगवान राम, भगवान श्रीकृष्ण की जन्मभूमि, लीला भूमि वृंदावन, मां विंध्यवासिनी धाम भी है। उत्तर प्रदेश वैदिक कालखंड से लेकर अब तक की सभ्यता-संस्कृति और देश की आजादी की अनेक घटनाओं की भूमि है।
सीएम ने दिया मंत्र- कानून का पालन करें, कानून हमें संरक्षण देगा
सीएम योगी ने कहा कि आपको उत्तर प्रदेश को नजदीक से देखने का अवसर प्राप्त हो रहा है। उत्तर प्रदेश विकास के मानक में अग्रणी राज्य बनकर उभर रहा है। यूपी ने खुद को देश की अग्रणी अर्थव्यवस्था के रूप में स्थापित किया। विकास व सुशासन की पहली शर्त सुरक्षा व कानून व्यवस्था है। उग्रवाद, आतंकवाद, उपद्रव, दंगे-फसाद हैं तो विकास, रोजगार सृजन, सुशासन, निवेश नहीं हो सकता। सीएम ने बच्चों को मंत्र दिया कि हम कानून का पालन करें, कानून हमें संरक्षण देगा। संविधान कानून के प्रति श्रद्धा का यही भाव पैदा करता है। हम सभी संविधान शिल्पी के रूप में डॉ. आंबेडकर को स्मरण करते हैं।
देश के प्रति निष्ठा का भाव आगे बढ़ने की प्रेरणा प्रदान करता है
सीएम ने कहा कि यूपी का संबंध इन राज्यों से बहुत नजदीक से है। छत्तीसगढ़ भगवान राम का ननिहाल है। चित्रकूट में भगवान राम ने वनवास का सर्वाधिक समय यहीं व्यतीत किया। यह उत्तर प्रदेश व मध्य प्रदेश का जंक्शन है। मां जानकी जनकपुर से हैं। यह बिहार व नेपाल के बीच में पड़ता है। झारखंड बाबा धाम के लिए जाना जाता है। ओडिशा जगन्नाथ भगवान का पावन धाम है। अपनी परंपरा, संस्कृति के प्रति गौरव की अनुभूति, श्रद्धा-सम्मान व देश के प्रति निष्ठा का भाव आगे बढ़ने की प्रेरणा प्रदान करता है।
युवाओं को रोजगार, विकास, निवेश से जुड़ने का अवसर प्राप्त होगा
सीएम ने कहा कि एक तरफ भारत बड़ी ताकत बन रहा है तो दूसरी तरफ देश के सामने चुनौती भी है। अगले तीन वर्ष के अंदर भारत दुनिया की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने वाला है। इससे हर व्यक्ति की आय में वृद्धि, रोजगार का सृजन, विकास, इंफ्रास्ट्रक्चर, निवेश होगा, जिससे युवाओं को जुड़ने का अवसर मिलेगा।
अपनी परंपरा, लोकगाथा व संस्कृति की नींव पर ही विकास के नए प्रतिमान को स्थापित करने की दिशा में बढ़ना होगा
सीएम ने कहा कि अपनी परंपरा, लोकगाथा को शानदार तरीके से यहां प्रस्तुत किया गया। हमें संस्कृति को जीवित रखना होगा। इनकी नींव पर ही विकास के नए प्रतिमान को स्थापित करने की दिशा में आगे बढ़ना होगा, इसके लिए केंद्र व राज्य सरकारें अपने यहां संग्रहालय बना रही हैं। सीएम ने कहा कि स्वतंत्र भारत में पहली बार राष्ट्रपति पद पर जनजातीय महिला भारत के गौरव को नई ऊंचाई तक पहुंचाने में योगदान दे रही हैं।
सीएम ने युवाओं को दिया मंत्र- राष्ट्रधर्म ही सर्वोपरि
सीएम ने युवाओं से कहा कि देश-समाज व संस्कृति के प्रति आपके मन में उत्कंठा देखकर अच्छा लगा। जीवन में आगे बढ़ने और भावी पीढ़ी के उज्ज्वल भविष्य के लिए एक ही मंत्र होना चाहिए कि मेरा अपना कुछ भी नहीं, देश सुरक्षित है तो हम सब सुरक्षित हैं। उपासना विधि का अंतर हो सकता है, लेकिन राष्ट्रधर्म सर्वोपरि है। इससे कोई समझौता नहीं हो सकता। जनजातीय समुदाय प्राचीन काल (भगवान राम) के समय से ही देश व धर्म के लिए मजबूती के साथ जुटने वाले योद्धा के रूप में जाना जाता है।
जब भी राष्ट्र-धर्म के सामने चुनौती आई तो मुकाबला करने के लिए तैयार रहा जनजातीय समुदाय
सीएम ने कहा कि महर्षि वाल्मीकि कृत रामायण में यह वर्णन बताता है कि ऋषि-मुनियों की साधना स्थली व दिव्य ज्ञान की भूमि दंडकारण्य जनजातीय संस्कृति व सभ्यता से भरा है। झारखंड, ओडिशा से लेकर सुदूर महाराष्ट्र तक विस्तृत भूभाग है, जहां की जनजातीय संस्कृति ने ज्ञान-विज्ञान की धरोहर को संजोकर विपरीत परिस्थितियों में संरक्षण किया। जब भी राष्ट्र व धर्म के सामने चुनौती आई तो उसका मुकाबला करने के लिए खुद को तैयार किया।
समुद्र में भी सेतु बनाकर असंभव को कर दिया था असंभव
सीएम ने कहा कि वनवास काल के दौरान भगवान राम के सामने जब चुनौती आई तो इन्हीं लोगों ने धर्म की स्थापना और देश के लिए भगवान राम की सेना का हिस्सा बनाकर समुद्र में भी सौ योजन के सेतु का निर्माण कर असंभव को भी संभव कर दिया, जिससे भगवान राम की सेना इस पार से उस पार पहुंच जाए। यह ताकत जनजातीय समुदाय में है। यही साधना और उसकी सिद्धि है। उसी संस्कार से जुड़ने के लिए भगवान राम की भूमि पर आप सभी का आगमन हुआ है।
25 करोड़ की आबादी के बावजूद यूपी में कहीं अव्यवस्था नहीं
सीएम ने कहा कि यूपी के अंदर प्रशिक्षण अत्यंत महत्वपूर्ण है, क्योंकि यहां की विकास यात्रा को नजदीक से जानने का अवसर मिल रहा है। 25 करोड़ की आबादी के बावजूद कहीं अव्यवस्था नहीं है। महाकुम्भ में सभी कार्य आॅटो मोड पर चल रहा है। लोग स्वत:स्फूर्त भाव से जुड़ रहे हैं। सीएम ने अधिकारियों को इन युवाओं को लखनऊ के अनेक स्थलों पर घुमाने का निर्देश दिया। बोले-चौड़ी-स्वच्छ सड़कें, मेट्रो, एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन, मॉल आदि का अवलोकन कराएं। युवाओं से कहा कि मोदी जी के नेतृत्व में विकास को देखें। स्वच्छता पर ध्यान दें, कहीं गंदगी न होने दें। प्रकृति के जितने नजदीक रहेंगे, उतने ही स्वस्थ रहेंगे। स्वच्छ भारत मिशन पीएम मोदी की देन है। टेक्नोलॉजी का उपयोग कैसे होना है, यह मोदी जी के प्रयासों का परिणाम है।
इस दौरान प्रमुख सचिव (गृह एवं सूचना) संजय प्रसाद, केंद्रीय गृह मंत्रालय से निष्ठा तिवारी, नेहरू युवा केंद्र के राज्य निदेशक महेंद्र सिंह सिसौदिया आदि मौजूद रहे।