Dainik Athah

मंडल और जिलाध्यक्षों को अभी करना होगा कुछ और इंतजार

  • भाजपा संगठन चुनाव यूपी में तय समय पर क्या हो पायेंगे
  • पश्चिम के मंडल अध्यक्ष तय करने के लिए कब होगी बैठक, अभी तय नहीं
  • उम्मीद है 5 जनवरी के बाद ही होगी बैठक
  • मंडल अध्यक्षों में देरी होने के चलते जिलाध्यक्षों की घोषणा भी अब 10 तक होना कठिन

अशोक ओझा
लखनऊ।
भारतीय जनता पार्टी के संगठन चुनाव उत्तर प्रदेश में निर्धारित समय पर होना अब थोड़ा कठिन लग रहा है। अभी तक मंडल अध्यक्ष भी तय नहीं हो पा रहे हैं ऐसे में जिलाध्यक्षों के चुनाव में भी देरी की संभावना है। दो और तीन जनवरी को अब पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मंडल अध्यक्षों के नामों पर होने वाला मंथन भी खटाई में पड़ गया है।
बता दें कि भाजपा ने मंडल अध्यक्षों के चुनाव के लिए 15 दिसंबर की तारीख तय की थी। लेकिन पश्चिम समेत प्रदेश के सभी क्षेत्रों की स्थिति यह है कि किसी भी क्षेत्र के सभी जिलों के मंडल अध्यक्षों के चुनाव पूरे नहीं हो सके हैं। अब प्रदेश भाजपा नेतृत्व गुरूवार से एक बार फिर मंडल अध्यक्षों के नामों पर मंथन शुरू कर रहा है। पहले उम्मीद थी कि पश्चिमी क्षेत्र के शेष दस जिलों के मंडल अध्यक्षों के नाम तय करने के लिए दो और तीन जनवरी को बैठक होगी। सूत्र बताते हैं कि अब दो जनवरी गुरूवार को ब्रज क्षेत्र की बैठक होगी। अगले दो दिन में ब्रज समेत क्षेत्रों के मंडल अध्यक्षों को लेकर मैराथन बैठकें होगी। इसके बाद ही पश्चिम के जिलों के मंडलों को लेकर चर्चा होने की संभावना है।
भाजपा सूत्रों के अनुसार पांच जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गाजियाबाद आने की संभावना है। वे साहिबाबाद आरआरटीएस स्टेशन से नमो भारत में सवार होकर अशोक नगर तक जायेंगे और उद्घाटन करेंगे। ऐसे में भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष समेत गाजियाबाद के सभी जनप्रतिनिधि उनकी अगवानी करेंगे। इस कारण अब पांच जनवरी के बाद ही पश्चिम को लेकर मंथन की उम्मीद है।

जिलाध्यक्षों के चुनाव में भी होगी देरी
भाजपा सूत्रों के अनुसार मंडल अध्यक्षों के नाम तय करने में हो रही देरी का असर जिलाध्यक्षों के चुनाव पर भी हो सकता है। इसका कारण यह है कि जिलाध्यक्षों के चुनाव से पहले लखनऊ में कार्यशाला होगी जिसमें जिला चुनाव अधिकारियों एवं पर्यवेक्षकों को बताया जायेगा कि चुनाव प्रक्रिया कैसे होनी है। वहीं, कार्यशाला का दिन अभी तय नहीं है। जबकि केंद्रीय चुनाव समिति ने दस जनवरी तक जिलाध्यक्षों एवं 15 तक प्रदेश अध्यक्षों के चुनाव संपन्न कराने के निर्देश दिये हैं। अब देख्नना है कि उत्तर प्रदेश में चुनाव प्रक्रिया कब तक संपन्न होगी।


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