Dainik Athah

स्टार्टअप्स के लिए फंडिंग की प्रक्रिया को पारदर्शी और त्वरित बनाना जरूरी: सुनील कुमार शर्मा

उत्तर प्रदेश का पहला स्टार्टअप फाउंडर्स राउंडटेबल

अथाह ब्यूरो
लखनऊ।
उत्तर प्रदेश के आईटी एवं इलेक्ट्रॉनिक्स कैबिनेट मंत्री सुनील कुमार शर्मा के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश का पहला स्टार्टअप फाउंडर्स राउंडटेबल आयोजित किया गया। यह कार्यक्रम सोमवार को बापू भवन, लखनऊ में आयोजित हुआ। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य प्रदेश में स्टार्टअप्स को प्रोत्साहन देना और नवाचार के माध्यम से उत्तर प्रदेश को एक मजबूत आर्थिक और तकनीकी हब के रूप में विकसित करना था।
बैठक में विभिन्न क्षेत्रों के स्टार्टअप्स ने भाग लिया और अपनी परियोजनाएँ प्रस्तुत कीं। इनमें स्पोर्ट्स स्टार्टअप ने बच्चों को खेलों के प्रति प्रोत्साहित करने पर जोर दिया, जबकि बायोडीजल जनरेशन स्टार्टअप ने वेस्ट आॅयल से बायोडीजल उत्पादन कर स्वच्छ ऊर्जा को बढ़ावा देने की पहल की। स्किल डेवलपमेंट स्टार्टअप ने गैर-तकनीकी उम्मीदवारों को प्रशिक्षण देकर उन्हें तकनीकी क्षेत्र में कुशल और रोजगार योग्य बनाने पर ध्यान केंद्रित किया। इसके अलावा, वेस्ट मैनेजमेंट स्टार्टअप ने स्मार्ट पोर्टल के माध्यम से कचरे के स्मार्ट पृथक्करण और पुनर्चक्रण की आधुनिक व्यवस्था प्रस्तुत की। आॅगमेंटेड रियलिटी और वर्चुअल रियलिटी स्टार्टअप्स ने तकनीकी नवाचारों को प्रदर्शित किया और सोलर मैन्युफैक्चरिंग स्टार्टअप ने नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में नई संभावनाओं को सामने रखा।
बैठक को संबोधित करते हुए सुनील कुमार शर्मा ने ‘विकसित भारत’ के निर्माण में स्टार्टअप्स की भूमिका को महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि स्टार्टअप्स के लिए फंडिंग की प्रक्रिया को पारदर्शी और त्वरित बनाना जरूरी है ताकि उन्हें किसी प्रकार की कठिनाई का सामना न करना पड़े। उन्होंने इस बात पर भी बल दिया कि कृषि के बिना देश की अर्थव्यवस्था मजबूत नहीं हो सकती और ‘विकसित भारत तभी बनेगा जब गांवों से पलायन रुकेगा।’ उन्होंने स्टार्टअप्स के लिए एक त्वरित ‘हेल्प डेस्क’ स्थापित करने की आवश्यकता पर जोर दिया ताकि उनकी समस्याओं का समाधान शीघ्रता से किया जा सके और प्रदेश में एक मजबूत स्टार्टअप इकोसिस्टम का निर्माण हो।
मंत्री सुनील कुमार शर्मा ने सभी स्टार्टअप्स से संवाद और सुझाव आमंत्रित करते हुए कहा कि वे अपनी समस्याएँ और विचार पदवि/पजचवसपबलनचण्हवअण्पद पर साझा कर सकते हैं। यह बैठक उत्तर प्रदेश में नवाचार और उद्यमशीलता को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगी और राज्य के आर्थिक और सामाजिक विकास में योगदान देगी।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के आर्थिक सलाहकार प्रो. केवी राजू ने स्टार्टअप्स के विकास के लिए स्पष्ट रणनीति की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि स्टार्टअप्स को प्रभावी ढंग से आगे बढ़ाने के लिए एक मजबूत और पारदर्शी चयन प्रक्रिया, कार्य की निगरानी तथा समय-समय पर मूल्यांकन की व्यवस्था होनी चाहिए। मुख्यमंत्री के सलाहकार अवनीश कुमार अवस्थी ने कहा कि सरकार और स्टार्टअप्स के बीच एक मजबूत साझेदारी बनाना जरूरी है ताकि समाज के व्यापक विकास में इसका लाभ उठाया जा सके।
कार्यक्रम के अंत में मंत्री सुनील कुमार शर्मा ने सभी उपस्थित स्टार्टअप संस्थापकों का आभार व्यक्त किया और उनकी मेहनत और विचारों की सराहना की। उन्होंने कहा कि उनके प्रयास और नवाचार विकसित भारत के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। उन्होंने स्टार्टअप्स को हर संभव सहयोग का आश्वासन देते हुए प्रदेश में स्टार्टअप्स के अनुकूल वातावरण विकसित करने की प्रतिबद्धता व्यक्त की।
इस बैठक में डा. जीएन सिंह (मुख्यमंत्री के सलाहकार), रवि रंजन (आईएएस, एमडी), नेहा जैन (आईएएस, एमडी) और विनायक नाथ (राष्ट्रीय अध्यक्ष और को-चेयर स्टार्टअप) सहित अन्य प्रमुख अधिकारी एवं प्रतिनिधि उपस्थित रहे। बैठक में प्रदेश के विभिन्न स्टार्टअप्स के संस्थापकों ने अपने विचार और नवाचार प्रस्तुत किए।


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