संभल की घटना सोची समझी रणनीति के तहत योजनाबद्ध तरीके से हुई है
अथाह ब्यूरो
नयी दिल्ली। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष, पूर्व मुख्यमंत्री एवं कन्नौज से लोकसभा सदस्य अखिलेश यादव ने कहा कि संभल की घटना सोची समझी रणनीति के तहत योजनाबद्ध तरीके से हुई है। संभल सदियों से भाईचारे और सौहार्द के लिए जाना जाता है। सब मिलजुलकर रहते हैं लेकिन इस घटना के जरिए संभल के भाईचारे को गोली मारी गयी है। घटना साजिश है। ये जो भाजपा के सहयोगी और समर्थक देश के कोने कोने में बार-बार खुदाई की बात कर रहे हैं, इससे हमारे देश का सौहार्द, भाईचारा और गंगा जमुनी तहजीब खो जाएगा।
अखिलेश यादव ने कहा कि संभल का माहौल बिगाड़ने में याचिकाकर्ता के साथ, पुलिस प्रशासन के लोग जिम्मेदार है। दोषी अधिकारियों को निलंबित करना चाहिए। इनके खिलाफ हत्या का मुकदमा चलाया जाना चाहिए जिससे लोगों को इंसाफ मिल सके, भविष्य में संविधान के खिलाफ और गैरकानूनी घटना न हो। उन्होंने कहा कि ये लड़ाई दिल्ली और लखनऊ की है। दिल्ली की सत्ता में बैठे भाजपा के नेता जिस रास्ते से पहुंचे है, लखनऊ की सत्ता में बैठे भाजपा वाले भी उसी रास्ते से दिल्ली पहुंचना चाहते हैं। उत्तर प्रदेश के उपचुनाव को देखते हुए संभल की साजिश हुई है। उपचुनाव में भाजपा सरकार ने मतदाताओं को वोट नहीं डालने दिया। महिलाओं को वोट डालने से रोकने के लिए पिस्टल लगाकर डराया गया। यूपी में वोटों की हुई लूट की चर्चा न हो, इसके लिए सरकार के इशारे पर संभल की हिंसा करायी गयी।
यादव ने कहा कि भाजपा सरकार संविधान और कानून नहीं मानती है। संविधान विरोधी कार्य कर रही हैं। जब प्लेसेज आॅफ वर्शिप एक्ट है, तो बार-बार इस तरह के मामले क्यों आ रहे है। उन्होंने कहा कि संभल की शाही जामा मस्जिद के खिलाफ 19 नवम्बर 2024 को सिविल जज सीनियर डिवीजन चंदौसी, संभल में एक याचिका दायर की गयी। कोर्ट ने दूसरे पक्ष सुने बगैर उसी दिन सर्वे के आदेश दे दिए। आश्चर्य जनक है, संभल के जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक आदेश को पढ़े बगैर दो ही घंटे के बाद सर्वे के लिए शाही जामा मस्जिद पहुंच गए। शाही मस्जिद की कमेटी जनप्रतिनिधियों, उलमा इकराम, समेत सभी पक्षों ने सहयोग दिया। जिलाधिकारी संभल और पुलिस अधीक्षक ने ढाई घंटे सर्वे के बाद कहा कि सर्वे पूरा हो चुका हैं, अब रिपोर्ट कोर्ट को भेज दी जायेगी। 22 नवम्बर को जब लोग जुमे की नमाज के लिए मस्जिद पहुंचे तो पुलिस ने बैरिकेड लगा रखा था। फिर भी लोगों ने पूरे संयम से नमाज अदा की, कोई विरोध प्रदर्शन नहीं हुआ। 29 नवम्बर को कोर्ट में अगली तारीख तय थी।
अखिलेश यादव ने कहा कि संभल में लोगों को पुलिस ने गालियां दी। पुलिस का व्यवहार बेहद खराब है। निर्दोष लोगों का फंसाया गया हैं। संभल में सब कुछ भाजपा सरकार करा रही है। वहां तैनात सरकार के खासम-खास अधिकारियों द्वारा पूरी घटना को अंजाम दिया गया है।