- आखिरी एक सप्ताह में और तेजी पकड़ेगा भाजपा का चुनाव प्रचार
- प्रदेश के उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक एवं राष्टÑीय मंत्री मनिंदर जीत सिंह सिरसा भी आयेंगे गाजियाबाद
- भाजपा आखिरी सप्ताह में पूरी ताकत झौंकने को तैयार
अथाह संवाददाता
गाजियाबाद। गाजियाबाद शहर विधानसभा उप चुनाव में एक तरफ जहां मतदान का दिन करीब आता जा रहा है वैसे वैसे ही भाजपा प्रत्याशी संजीव शर्मा का चुनाव प्रचार गति पकड़ता जा रहा है। प्रचार के अंतिम दिनों में भाजपा प्रचार में और तेजी लाने में जुटी है। इसी सप्ताह के अंत में 16 अथवा 17 नवंबर को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रोड शो करने एक बार फिर गाजियाबाद आ रहे हैं।
भाजपा के चुनाव संयोजक एवं पूर्व महापौर आशु वर्मा ने बताया कि चुनाव प्रचार में लगातार तेजी आ रही है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 16 अथवा 17 नवंबर में से किसी एक दिन गाजियाबाद आयेंगे और भाजपा प्रत्याशी संजीव शर्मा के समर्थन में रोड शो करेंगे।
लाइन पार के लोग योगी को लेकर उत्साहित
प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लाइन पार क्षेत्र में पहली बार आयेंगे। इसी कारण लाइन पार के लोग सीएम योगी को लेकर उत्साहित है। क्षेत्र के लोगों का कहना है कि जिले में सभी स्थानों पर मुख्यमंत्री योगी आ चुके हैं, लेकिन लाइन पार में पहली बार आयेंगे। भाजपा के रणनीतिकारों के साथ ही क्षेत्र के लोगों की मंशा है कि मुख्यमंत्री योगी यदि 17 नवंबर को आयें तो अधिक बेहतर होगा। इसका कारण यह है कि उस दिन रविवार है और रोड शो ऐतिहासिक हो जायेगा। मुख्यमंत्री कार्यालय को बताया गया है कि यदि 17 नवंबर को मुख्यमंत्री समय दें तो अधिक बेहतर होगा।
16 को उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक गाजियाबाद में
प्रदेश के उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक भाजपा प्रत्याशी संजीव शर्मा के पक्ष में अबकरपुर बहरामपुर में 14 नवंब को जनसभा करेंगे। इसके बाद 16 नवंबर को भाजपा के राष्टÑीय मंत्री मनिंदर जीत सिंह सिरसा भी गाजियाबाद आयेंगे तथा पंजाबी एवं सिख समाज के लोगों के साथ अनेक बैठकों में भाग लेंगे।
अखिलेश यादव की जनसभा तय नहीं
सपा सूत्रों के अनुसार पार्टी के राष्टÑीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की जनसभा अभी तय नहीं हो सकी है। सपा के लोगों को संदेह है कि यदि अखिलेश यादव आये और भीड़ नहीं जुट पाई तो इसका संदेश भी अच्छा नहीं जायेगा। अखिलेश यादव का कार्यक्रम अगले दो दिन में तय हो सकता है कि वे आयेंगे या नहीं। वहीं, बसपा की तरफ से किसी बड़े नेता के आगमन का कोई संकेत नहीं है।