लखनऊ। मुख्यमंत्री द्वारा निराश्रित गोवंशों/ पंजीकृत गोशालाओं में संरक्षित गोवंशों के भरण-पोषण हेतु एवं वृहद स्तर पर गोवंश आधारित प्राकृतिक कृषि मॉडल को समस्त उत्तर प्रदेश में लागू करने हेतु सरकार द्वारा उत्तर प्रदेश गोसेवा आयोग में अध्यक्ष, उपाध्यक्षोें एवं सदस्यों को मनोनीत किया है। सोमवार को इन्दिरा भवन स्थित उप्र गोसेवा आयोग कार्यालय के सभागार में महेश कुमार शुक्ल ने उपाध्यक्ष, दीपक गोयल ने सदस्य एवं रमाकान्त उपाध्याय ने सदस्य के रूप में पद्भार ग्रहण किया।
इस अवसर पर उपाध्यक्ष महेश कुमार शुक्ल ने गौ संरक्षण एवं संवर्धन के प्रति प्रतिबद्धता दोहराते हुए कहा कि गोवंश को प्रदेश के किसानों एवं पशुपालकों के लिए समृद्धि का आधार बनाएंगे। उन्होंने कहा कि गौ संरक्षण में योगदान देना हमारे लिए सौभाग्य का विषय है। सदस्य दीपक गोयल ने गो संरक्षण एवं निराश्रित गोवंशों के सम्बन्ध में विस्तारपूर्वक चर्चा की और कहा कि इस क्षेत्र में अभी और कार्य करना बाकी है जिसे अध्यक्ष श्याम बिहारी गुप्ता के नेतृत्व में पूर्ण निष्ठा एवं लगन के साथ किया जाएगा।
सदस्य रमाकान्त उपाध्याय ने विश्वास व्यक्त किया कि नवगठित आयोग गो संरक्षण एवं गो संवर्धन की दिशा में मुख्यमंत्री के संरक्षण में नये आयाम स्थापित करेगा। आयोग के अध्यक्ष श्याम बिहारी गुप्ता ने बताया कि आयोग जल्द ही बोर्ड की बैठक बुलाकर कार्ययोजना तैयार करेगा एवं मुख्यमंत्री के संकल्प को साकार करके दिखाएगा। आज आयोग के अध्यक्ष, उपाध्यक्षों एवं सदस्यों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से शिष्टाचार भेंट की तथा उत्तर प्रदेश गोसेवा आयोग की अद्यतन प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की। गोवंश के महत्व से प्रदेश को अवगत कराने के लिए एवं भविष्य में गोवंशों के संरक्षण व संवर्धन हेतु कार्ययोजना तैयार कर इस मिशन को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया।
माननीय पदाधिकारियों के मनोनयन के लिए आयोग के समस्त अधिकारियों/ कर्मचारियों ने मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया।