Dainik Athah

जीडीए के लिए वरदान बना पहल पोर्टल , पहल पोर्टल से प्राधिकरण की आय 100 करोड़ के

पारपहल पोर्टल के माध्यम से देश के विभिन्न हिस्सों में 3381 आवंटियों के द्वारा निकटत्तम बैंक शाखाओं से जीडीए कोष में जमा की गयी धनराशि। 


 देश भर से 7 हजार 452 आवंटी जुडे पहल पोर्टल से

अथाह संवाददाता
गाजियाबाद। 
गाजियाबाद विकास प्राधिकरण उपाध्यक्ष अतुल वत्स के नेतृत्व में डिजिटल दुनिया की ओर से जीडीए द्वारा लागू किया गया पहल पोर्टल की शुरूआती मुहिम रंग ला रही है।संपत्ति के प्रत्येक पटल से प्राप्त आंकडों की समीक्षा के दौरान पहल पोर्टल से न केवल करीब 7 हजार 452 आवंटी जुड गए है, बल्कि 3381 आवंटियों ने अपनी निकटत्तम बैंक शाखाओं के माध्यम से प्राधिकरण कोष में करीब सौ करोड की राशि जीडीए कोष में 1 अप्रैल से अभी तक जमा की। इस पोर्टल में प्राधिकरण की दस महत्वपूर्ण योजनाओं , जिनमें मुख्य रूप से मधुबन बापूधाम, इंदिरापुरम, स्वर्ण जयंतिपुरम, प्रताप विहार, वैशाली, कोयल इन्कलेब, इंद्रप्रस्थ, गोविंदपुरम, कर्पूरीपुरम, चंद्रशिला आदि योजनाओं के आवंटियो का योगदान है। इस बीच समीक्षा के दौरान ये भी सामने आया कि सर्वाधिक मधुबन बापू धाम योजना के 17036 आवंटियों के द्वारा पहल पोर्टल के माध्यम से किश्तों का भुगतान किया गया। इसी तरह से प्रताप विहार योजना के 553, इंद्र प्रस्थ योजना के 257, इंदिरापुरम 155 और निवाडी की पीएम वाइ योजना के 130 तथा राजेंद्र नगर योजना के 89, नंद ग्राम के 57 एवं वैशाली के  31 आवंटियों के द्वारा लाभ उठाया गया। पहल पोर्टल की खासियत ये है कि इसमें आनलाइन चालान के माध्यम से घर बैठे किश्तों के भुगतान, नौ डयूज सर्टिफिकेट के साथ रजिस्ट्री के लिए घर बैठे स्लाट बुकिंग की भी सुविधा उपलब्ध करायी जा रही है। इसके साथ साथ ये भी व्यवस्था सुनिश्चित की गई है कि जैसे की आवंटी के द्वारा किश्तों का भुगतान किया जाएगा, वैसे ही उन्हे ये जानकारी प्राप्त होगी कि अब कितनी राशि अवशेष है। अगली किश्त का कब भुगतान किया जाना है। पहल पोर्टल के माध्यम से हाल में एक आवंटी को उसकी मेल पर आवंटन लेटर भी उपलब्ध कराया गया। इसके अलावा संपत्तियों के म्युटेशन की भी सुविधा उपलब्ध करायी गई है। पहल पोर्टल को सुदृढ़ करने की दिशा में जीडीए परिसर में बाकायदा हेल्प डेस्क बनाते हुए स्टाफ की तैनाती की गई है।

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