- 53.04 करोड़ रुपए की लागत से व्यापक स्तर पर इंफ्रास्ट्रक्चर उन्नयन प्रक्रिया को किया जाएगा पूरा
- उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीसीडा) द्वारा किया जाएगा विकास कार्य को पूरा, रूपरेखा हुई तैयार
- सीएम योगी के विजन अनुसार, अटल इंफ्रास्ट्रक्चर मिशन के अंतर्गत सभी विकास व निर्माण कार्यों को किया जाएगा पूरा
- स्ट्रैटेजिक लोकेशन और बेहतर कनेक्टिविटी के कारण औद्योगिक गतिविधियों के प्रमुख केंद्र के तौर पर जल्द रूपांतरण होगा संभव
अथाह ब्यूरो
लखनऊ। उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाने के लिए प्रतिबद्ध योगी सरकार ने अब चंदौली के रामनगर औद्योगिक क्षेत्र के व्यापक कायाकल्प की प्रक्रिया शुरू कर दी है। सीएम योगी की मंशा के अनुसार, उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीसीडा) ने में रामनगर औद्योगिक क्षेत्र के विकास की प्रक्रिया को तेज कर दिया है। योजना के अनुसार, 53.04 करोड़ रुपए की लागत से इस कार्य को पूरा किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि अटल इंडस्ट्रियल इंफ्रास्ट्रक्चर मिशन के अंतर्गत व्यापक स्तर पर इंफ्रास्ट्रक्चर के उन्नयन की प्रक्रिया को पूरा करने की रूपरेखा तय की गई है।
बेहतर कनेक्टिविटी के कारण स्ट्रैटेजिक लोकेशन बना रामनगर औद्योगिक क्षेत्र
रामनगर औद्योगिक क्षेत्र को वर्ष 1978 में स्थापित व 2006-07 में विकसित किया गया था। यह औद्योगिक क्षेत्र प्रयागराज-कोलकाता राष्ट्रीय राजमार्ग-19 से जुड़ा है और मुगलसराय रेलवे स्टेशन से लगभग 13 किमी की दूरी पर स्थित है। इसके अलावा, वाराणसी से इसकी दूरी करीब 30 किमी है, और राष्ट्रीय राजमार्ग-31 पर स्थित लाल बहादुर शास्त्री हवाई अड्डा, बाबतपुर, यहां से लगभग 51 किमी की दूरी पर है। यह क्षेत्र दोनों तरफ से राष्ट्रीय राजमार्ग-19 से जुड़ा हुआ है, और अपनी बेहतर कनेक्टिविटी के कारण आवागमन की दृष्टि से बहुत सुगम है। यह औद्योगिक क्षेत्र करीब 515 एकड़ में फैला हुआ है, जिसमें 16.8 किमी का विकसित सड़क नेटवर्क और 15.8 किमी लंबा ड्रेनेज सिस्टम भी शामिल है। इन तमाम खूबियों के कारण रामनगर औद्योगिक क्षेत्र बेहतर कनेक्टिविटी युक्त स्ट्रैटेजिक लोकेशन के तौर पर अपनी पहचान को भविष्य के उभरते केंद्र के तौर पर विकसित कर रहा है।
इन कार्यों के जरिए रामनगर औद्योगिक क्षेत्र का होगा मेकओवर…
- . सड़क सुधार: सड़क सुधार के अंतर्गत लगभग 3 किमी और 2.09 किमी की सड़कों का उच्चीकरण किया जाएगा, जिसमें सड़कों की चौड़ीकरण, इंटरलॉकिंग व पेव्ड फुटपाथ भी शामिल है।
- . जल आपूर्ति जल आपूर्ति के लिए 200 मिमी व्यास के पाइपों का इस्तेमाल करते हुए 400 मि.मी व्यास के साथ 300 मीटर गहरी नई ट्यूबवेल लगाई जाएगी। इसके साथ एक पंपिंग संयंत्र स्थापित होगा ताकि जल वितरण बेहतर तरीके से हो सके।
- . सार्वजनिक स्थान: सार्वजनिक स्थानों में, पार्क के प्रवेश द्वारों और मुख्य सड़कों पर कंक्रीट स्लैब और बेंच बनाए जाएंगे। साथ ही, ओल्ड फील्ड हॉस्टल और पुलिस पोस्ट का नवीनीकरण व उन्नयन भी किया जाएगा।
- . नई सुविधाएं: परियोजना परिचालन प्रबंधन और स्थानीय जैव विविधता का समर्थन करने के लिए एक कमान केंद्र और नेस्टिंग हट सहित कई नई सुविधाओं की शुरूआत की जाएगी। नेविगेशन और उपयोगकर्ता अनुभव में सुधार के लिए प्रवेश द्वार, ईवी चार्जिंग सेंटर, बस स्टॉप, ट्रक पार्किंग स्थल, स्ट्रीट फर्नीचर, ले-आउट मानचित्र, लेन गाइड मानचित्र और एक फ्लैग मास्ट को भी जोड़ा जाएगा।
- . कचरा प्रबंधन:* औद्योगिक क्षेत्र की स्वच्छता और सुंदरता को बनाए रखने के लिए एक व्यापक कचरा प्रबंधन प्रणाली लागू की जाएगी।
- . विद्युत इंफ्रास्टचर: औद्योगिक क्षेत्र रामनगर में 12.39 करोड़ रुपए की धनराशि से विद्युत उन्नयन का कार्य किया जाएगा। इस क्षेत्र में उच्च गुणवत्ता वाली बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए 33 केवी ओवरहेड लाइनों और 11 केवी केबलों की भूमिगत स्थापना की जाएगी। साथ ही, रात्रि के समय सुरक्षित और बेहतर आवागमन के लिए 810 नई स्ट्रीट लाइटें, 6 हाई मास्ट और 177 डेकोरेटिव पोल्स भी स्थापित किए जाएंगे।
- . सुरक्षा व्यवस्था: सुरक्षा व्यवस्था के तहत 24 सीसीटीवी कैमरे, 2 ईवी चार्जिंग स्टेशन और 2 डिजिटल डिस्प्ले बोर्ड लगाए जाएंगे। इसके अलावा, प्रवेश द्वार पर रात के समय सुरक्षा और सुंदरता बढ़ाने के लिए 96 एलईडी फैकेड लाइटें भी लगाई जाएंगी।
यूपीसीडा द्वारा रामनगर औद्योगिक क्षेत्र को मॉडर्न इंडस्ट्रियल एरिया के रूप में विकसित करने से राज्य को भविष्य के नए औद्योगिक अवसर मिलेंगे। रामनगर जल्द ही एक महत्वपूर्ण औद्योगिक केंद्र बनेगा, जिससे चंदौली के आसपास के क्षेत्रों के विकास और विस्तार भी होगा साथ ही रोजगार की संभावनाओं में बढ़ोत्ती होगी।
मयूर माहेश्वरी
मुख्य कार्यकारी अधिकारी, यूपीसीडा