मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से की मतदाता सूची के विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण की समीक्षा
बीएलओ द्वारा घर-घर सत्यापन के तहत शिफ्टेड, मृतक तथा रिपीटेड श्रेणी के मतदाता चिन्हित किये गये
मतदाताओं द्वारा वोट देने की प्रक्रिया को सुगम बनाने को प्राथमिकता देते हुए बूथों के सम्भाजन की प्रक्रिया सुनिश्चित की गयी
सम्भाजन प्रक्रिया के अन्तर्गत अधिकतम 1500 मतदाताओं के आधार पर बूथों के पुनर्गठन की कार्यवाही की जा रही
अथाह ब्यूरो
लखनऊ। भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश के क्रम में प्रदेश में मतदाता सूची को अपडेट करने की कार्यवाही की जा रही है। प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने अर्हता तिथि 01 जनवरी 2025 के आधार पर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों की मतदाता सूची के विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम से पूर्व की गतिविधियों के अन्तर्गत बीएलओ के माध्यम से मतदाता सूची को अपडेट करने के निर्देश जारी किये थे, जिसके अन्तर्गत बीएलओ द्वारा 20 अगस्त से 10 सितम्बर तक घर-घर सत्यापन की कार्यवाही करते हुए शिफ्टेड, मृतक तथा रिपीटेड श्रेणी के मतदाता चिन्हित किये गये हैं।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने अपने कार्यालय के सभागार कक्ष से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम सभी जिलाधिकारियों को बीएलओ द्वारा घर-घर सत्यापन के दौरान प्राप्त फार्मों का नियमानुसार निस्तारण तीन अक्टूबर से पूर्व करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही एकअक्टूबर की अर्हता तिथि के आधार पर मतदाता सूची में नाम शामिल करने के दावों का निस्तारण भी तीन अक्टूबर तक सुनिश्चित करने को कहा गया, जिससे 29 अक्टूबर को शुद्ध, सारगर्भित व त्रुटिविहीन मतदाता सूची का ड्राफ्ट प्रकाशित किया जा सके।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने लखनऊ, हरदोई, प्रतापगढ़, गौतमबुद्धनगर, चित्रकूट, शाहजहांपुर, उन्नाव, रामपुर जनपद के जिला निर्वाचन अधिकारियों को निर्देश दिया कि घर-घर सत्यापन के दौरान शिफ्टेड, मृतक और रिपीटेड श्रेणी के चिन्हित प्रकरणों से संबंधित सभी अवशेष फॉर्म-07 का संबंधित बीएलओ द्वारा भरा जाना अगले दो दिन में सुनिश्चित किया जाए।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि सम्भाजन प्रक्रिया के अन्तर्गत अधिकतम 1500 मतदाताओं के आधार पर नये मतदान बूथों को बनाने अथवा वर्तमान बूथों की पुनर्गठन की कार्यवाही की जा रही है। मतदाताओं द्वारा वोट देने की प्रक्रिया को सुगम बनाने को प्राथमिकता देते हुए सम्भाजन की प्रक्रिया सुनिश्चित की गयी है। बैठक में प्रदेश के सभी जिला निर्वाचन अधिकारी, उप जिला निर्वाचन अधिकारी और निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी शामिल हुए।