अथाह ब्यूरो
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि उत्तर प्रदेश में कानून का राज नहीं रह गया है। भाजपा सरकार ने उत्तर प्रदेश को अराजकता में धकेल दिया है। चरम पर भ्रष्टाचार, बजट की लूट, निदोर्षों पर झूठे मुकदमें, फर्जी एनकाउण्टर, बढ़ते अपराधों से प्रदेश की छवि खराब हो रही है। इसके लिए प्रदेश की भाजपा सरकार जिम्मेदार है। पुलिस प्रशासन मनमानी पर उतारू है। भाजपा सरकार ने सात साल के शासनकाल में ऐसा माहौल बना दिया है कि आज कोई भी खुद को सुरक्षित नहीं महसूस कर रहा है। पुलिस अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई कर उन्हें सजा दिलाने के बजाय भाजपा के राजनीतिक एजेण्डे के लिए काम कर रही है। असली अपराधियों और घटनाओं के दोषियों की जगह गरीब निदोर्षों पर झूठे मुकदमें लगाकर उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है।
उन्होंने कहा उत्तर प्रदेश में अपराध और भ्रष्टाचार को लेकर भाजपा का जीरों टॉलरेंस का दावा झूठा साबित हो चुका है। भाजपा के नेता, पदाधिकारी, विधायक खुद स्वीकार करते हैं कि प्रदेश में भ्रष्टाचार बहुत बढ़ गया है। इतना भ्रष्टाचार पहले कभी नहीं रहा। मुख्यमंत्री जी को अब अपने शासन-प्रशासन के कुशासन को स्वीकार कर लेना चाहिए, क्योंकि अब भाजपा और इनके सहयोगी दलों के नेता और जनप्रतिनिधि शासन-प्रशासन पर आकंठ भ्रष्टाचार में डूबे होने की बाते कह रहे हैं। विधायक, पुलिस कमिश्नरेट को कमीशन रेट की उपाधि दे रहे हैं।
भाजपा राज में कमिश्नरेट दरअसल करेप्शनरेट बन गये है। कमिश्नरेट वसूली का विकेन्द्रीकरण है। भाजपा सरकार में जनहित में कोई काम नहीं हो रहा है। विकास कार्य ठप्प है। आम जनता कहीं बाढ़, कहीं जंगली जानवर और बीमारियों से परेशान और त्रस्त हैं। प्रदेश की तमाम समस्याओं से ध्यान हटाने के लिए सरकार के इशारे पर निदेर्षों को झूठें मुकदमों में फंसाने और फर्जी एनकाउण्टर का खेल चल रहा है। याद रहे कमजोर लोग एनकाउण्टर को अपनी शक्ति मानते है। किसी का भी फर्जी एनकाउण्टर नाइंसाफी है।