अथाह ब्यूरो नई दिल्ली। महिलाओं के खिलाफ हिंसा और अपराध दुनिया भर में एक गंभीर सामाजिक अभिशाप है और सहयोगात्मक दृष्टिकोण के माध्यम से जागरूकता, प्रशिक्षण और कौशल के माध्यम से इस बढ़ती प्रवृत्ति को खत्म करने के लिए बहुत कुछ करने की आवश्यकता है। पहली बार, भारत और नेपाल की संस्थाओं ने दुनिया भर में महिलाओं को सक्षम और सशक्त बनाने की जिम्मेदारी लेने के लिए हाथ मिलाया। वुमेन रिवोल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड (वुमेंटोर) ने फाइट बैक प्राइवेट लिमिटेड (फाइटबैक) के साथ नई दिल्ली में इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट आॅफ सिक्योरिटी एंड सेफ्टी मैनेजमेंट (आईआईएसएसएम) के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। इस समझौता ज्ञापन पर फाइटबैक के प्रबंध निदेशक विक्रांत पांडे, वूमेनोर के निदेशक अनुज शर्मा और आईआईएसएसएम के सीईओ प्रोफेसर संतोष कुमार ने कर्नल रोहित देव, सीबीओ, आईआईएसएसएम की उपस्थिति में हस्ताक्षर किए, जिन्होंने इस विशिष्ट साझेदारी को तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इस समझौता ज्ञापन का उद्देश्य पारस्परिक रूप से लाभकारी अवसरों को बढ़ावा देने के लिए सहयोग और दीर्घकालिक प्रतिबद्धता स्थापित करना है तथा इसका उद्देश्य महिलाओं, बच्चों, हाशिए पर पड़े लोगों और विशेष रूप से सक्षम व्यक्तियों के लाभ के लिए कार्यक्रम विकसित करना और शोध गतिविधियाँ शुरू करना है। अपने उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए, तीनों पक्षों ने जोखिम आकलन, लेखा परीक्षा, विविध प्रकृति के प्रशिक्षण कार्यक्रम, व्यावसायिक कौशल को निखारने आदि में प्रशिक्षण आयोजित करने के अलावा, कार्यक्रमों, व्याख्यानों या शोध गतिविधियों के लिए विद्वानों और नामित प्रतिभागियों को आमंत्रित करके संस्थागत आदान-प्रदान को बढ़ावा देने, प्रासंगिक मुद्दों पर सेमिनार, सम्मेलन और बैठकें आयोजित करने और दुनिया भर में समाज और महिलाओं के पारस्परिक लाभ और व्यापक भलाई के अवसरों को बढ़ावा देने के लिए रास्ते तलाशने पर भी सहमति व्यक्त की है। इस साझेदारी में दुनिया भर में महिला सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए सरकारों, अंतर-सरकारी एजेंसियों, गैर सरकारी संगठनों और संस्थानों की मदद से अनुकूल माहौल को बढ़ावा देने की अपार संभावना है। पूर्व राज्यसभा सांसद और आईआईएसएसएम के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. आर.के. सिन्हा ने इस साझेदारी के लिए अपनी शुभकामनाएं दीं और संतोष व्यक्त किया कि यह साझेदारी ऐसे समय में हुई है जब महिलाओं और बच्चों के खिलाफ अपराध बढ़ रहे हैं और महिलाओं को सशक्त बनाने तथा अनुकूल और सुरक्षित वातावरण बनाने के लिए बहुत कुछ किए जाने की आवश्यकता है।