योगी बाबा यह कैसी नारी सुरक्षा यहां खाकी ही दे रही दरिंदों को संरक्षण
हैवानियत के गवाह हैं शरीर पर दांत से काटने के 50 से ज्यादा जख्म
अथाह संवादाता
गाजियाबाद। पूरा देश महिला सुरक्षा को लेकर व्यथित है,कोलकाता में महिला जूनियर डॉक्टर के साथ हुई हैवानियत पर पूरे देश में आक्रोश है। उत्तर प्रदेश के मुखिया ही नहीं पूरी भाजपा महिलाओं की सुरक्षा को लेकर खुद की पीठ थपथपा रही है। जबकि हालात ठीक इससे इतर हैं। यूपी में हर रोज दर्जनों दुष्कर्म हत्या की वारदातें हो रही हैं। राष्ट्रीय राजधानी का प्रवेश द्वार कहे जाने वाले गाजियाबाद में भी बीते कुछ दिनों से नाबालिग ही नहीं बालिग युवतियों से रेप जैसी जघन्य घटनाएं सामने आ रही हैं। सूबे के सीएम लड़कियों के साथ होने वाली वारदातों के प्रति बेहद गंभीर हैं हवस का भूखे भेड़ियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के पुलिस को निर्देश दिए गए हैं लेकिन गाजियाबाद पुलिस की कहानी कुछ अलग ही राग अलाप रही है। पुलिस की इसी कार्यशैली का विधायक नंद किशोर गुर्जर ने न सिर्फ कड़ा विरोध किया बल्कि पुलिस को सपा का एजेंट तक कह दिया। दरिंदगी का हालिया मामला कविनगर थाना क्षेत्र का सामने आया जिसमें पुलिस ने न सिर्फ घटना पर चुप्पी साधी बल्कि आरोपियों को पूरी तरह लाभ पहुंचाया। विधायक के सामने आने पर 6 दिन बाद आरोपियों की गिरफ्तारी दर्शाई। और तो और रसूखदारों को लाभ पहुंचाने के मकसद से घटना को तोड़ मरोड़कर दिखाया।
बकौल पुलिस कविनगर थानाक्षेत्र में रहने वाली एक युवती के साथ उसके मंगेतर द्वारा ऋषिकेश ले जाकर मारपीट करने और दुष्कर्म किए जाने का मामला सामने आया है। पीड़िता का कहना है कि उसे मिलने के लिए बुलाने के बाद मंगेतर उसे जबरदस्ती ऋषिकेश ले गया। 21 अगस्त की रात में आरोपी ने पीड़िता के साथ मारपीट की और दुष्कर्म किया। वारदात के दौरान आरोपी ने बहशीपन की सारी हदे पार करते हुए युवती के शरीर पर दांतों से काटकर दर्जनों जख्म दिए।
हापुड़ रोड पर फेंककर हो गए फरार
22 अगस्त को ऋषिकेश से लौटते समय आरोपी आशु चौधरी ने अपने तीन दोस्तों को फोन कर बुला लिया। दोस्त रास्ते में मिल गए, उन्होंने भी पीड़िता से छेड़छाड़ की और रात में हापुड़ रोड पंचशील सोसायटी के पास फैंक कर फरार हो गए। पीड़िता ने किसी राहगीर की मदद से अपने परिजनों को फोन करके बुलाया। परिजन पीड़िता को लेकर कविनगर थाने पहुंचे। जहां मामले की शिकायत कर चारों के नाम बताए। मजेदार बात यह कि पुलिस ने मामूली धाराओं में केस दर्ज कर चुप्पी साध ली।
मेडिकल परीक्षण में 50 से अधिक जख्म देख डॉक्टर भी सन्न
पुलिस ने संजय नगर स्थित संयुक्त जिला अस्पताल में पीड़िता का मेडिकल परीक्षण कराया था। पीड़िता के शरीर पर बहुत ही बेरहमी से दांतों से काटा गया था। इतने सारे जख्म देखकर महिला चिकित्सक ने भी सन्न रह गई। पिछले शुक्रवार को हुए मेडिकल परीक्षण के दौरान मौजूद मेडिकल स्टाफ के मुताबिक शायद ही पीड़िता के शरीर के किसी भाग को छोड़ा हो उसके शरीर पर 50 से अधिक घाव पाए गए थे। युवती के हाथ- पैरों से लेकर सभी अंग जख्मी किए गए थे। सबसे ज्यादा घाव युवती के गालों पर मिले थे। अगले दिन 24 अगस्त को पीड़िता की मां की तहरीर पर चारों युवकों को नामजद किया गया था।
कोर्ट में दर्ज कराए पीड़िता के बयान
डीसीपी सिटी राजेश कुमार ने बताया कि मेडिकल परीक्षण के बाद पीड़ित के कोर्ट के समक्ष बयान कराए गए। कोर्ट के समक्ष बयान के आधार पर मुकदमा दर्ज कराया गया और चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। उन्होंने बताया कि मंगेतर का नाम आशु चौधरी है, जबकि उसके दोस्तों में आदित्य कपूर, यश औजल और मुस्तफा शामिल हैं। डीसीपी सिटी राजेश कुमार ने मीडिया को वीडियो बाइट जारी कर पूरे प्रकरण की जानकारी दी।
होटल में की जबरदस्ती, दोस्तों ने छेड़ा
डीसीपी के मुताबिक पीड़िता ने कोर्ट के समक्ष दिए बयान में कहा है कि उसका मंगेतर आशु चौधरी उसे अपने साथ ऋषिकेश ले गया था। वहां रात को दोनों होटल में रहे। होटल में मंगेतर ने पीड़िता के साथ मारपीट की और फिर जबरदस्ती करते हुए रेप की घटना को अंजाम दिया। दूसरे दिन ऋषिकेश से लौटते समय आशु चौधरी ने अपने दोस्तों आदित्य कपूर, यश औजल और मुस्तफा को भी फोन कर दिया। गाजियाबाद लौटते समय तीनों दोस्त भी मिल गए और पीड़िता के साथ छेड़छाड़ की।
24 को मुकदमा फिर 6 दिन तक क्या करती रही पुलिस
युवती के साथ 21 अगस्त को हैवानियत की गई,वापस आने पर दरिंदे ने दोस्तों को बकौल डीसीपी उन्होंने भी युवती के साथ छेड़छाड़ की जिसके बाद बदहवास घायल युवती को सड़क पर छोड़ दिया गया उसी समय थाने पहुंची, लेकिन मामला रसूखदारों से जुड़े होने के कारण पुलिस शांत रही और मामला मारपीट का बताया मगर लड़की के शरीर पर कटे घाव नहीं नजर आए, 24 अगस्त को मुकदमा हुआ और जब विधायक ने मामला उठाया तो आरोपी गिरफ्तार हो गए। लेकिन इतनी दरिंदगी करने वालों की डीसीपी ने प्रेसवार्ता नहीं की। साइकिल चोरों की प्रेस वार्ता कर शेखी बघारने वाली पुलिस एक युवती के साथ रेप दरिंदगी करने वालों को चुपचाप गिरफ्तार कर जेल भेजने की वाइट देकर बैठ गए। आखिर क्यों?