- सीएम योगी ने तेज की उप चुनावों की तैयारी
- वे अधिकारी भी निशाने पर जिनके कारण भाजपा को नुकसान हो सकता है
- भाजपा के वोट काटने वाले कर्मचारी- अधिकारी भी निशाने पर
- भाजपा प्रत्याशियों को जिन योजनाओं से लाभ मिल सकता है उनके ऊपर भी फोकस
अशोक ओझा
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश की उन सभी दस विधानसभा सीटों को लेकर रणनीति बनानी शुरू कर दी है जिन सीटों पर पर उप चुनाव होने हैं। सीएम की टीम गोपनीय रूप से भाजपा को नुकसान पहुंचाने वाले अधिकारियों के साथ ही कर्मचारियों को भी फोकस कर रही है। जिलों से यह रिपोर्ट लखनऊ पहुंचने के बाद गंभीरता से मंथन भी शुरू हो गया है। उम्मीद जताई जा रही है भाजपा एवं सरकार को नुकसान पहुंचाने वाले अफसरों की जिलों से छुट्टी हो सकती है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उप चुनाव वाली विधानसभा सीटों पर लगातार फोकस कर रहे हैं। इसके लिए वे पहले ही हर विधानसभा क्षेत्र में तीन- तीन मंत्रियों के साथ ही एक- एक क्षेत्रीय पदाधिकारियों की पहले ही नियुक्ति कर चुके हैं। पिछले दिनों मुख्यमंत्री आवास पर हुई एक उच्चस्तरीय बैठक के बाद उन्होंने दोनों उप मुख्यमंत्रियों के साथ ही प्रदेश भाजपा अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी एवं प्रदेश महामंत्री संगठन धर्मपाल को भी दो- दो सीटें आवंटित कर चुके हैं।
सूत्रों की मानें तो मुख्यमंत्री ने हर विधानसभा क्षेत्र से गोपनीय रिपोर्ट भी तलब की है। इस रिपोर्ट में जो मुद्दे शामिल है उनमें मुख्य बिंदु सरकार के उन विकास कार्यों का जिक्र है जिनसे उप चुनाव वाले क्षेत्रों में भाजपा को लाभ मिल सकता है, विधानसभा क्षेत्रों में ऐसे कौन से काम हो सकते हैं जिनसे भाजपा को लाभ मिल सकता है। जिन कामों से लाभ मिलने की उम्मीद है उनकी घोषणा मुख्यमंत्री उप चुनाव की तारीख घोषित होने से पहले ही कर सकते हैं।
सबसे महत्वपूर्ण बिंदु यह है कि जिलों में तैनात ऐसे कौन से अधिकारी है जिनके कारण और उनकी कार्य प्रणाली से भाजपा को नुकसान हो सकता है। इतना ही नहीं जो अधिकारी और कर्मचारी भाजपा के वोट कटवाते हैं वे भी सीएम योगी के निशाने पर रहने वाले हैं। इस प्रकार की रिपोर्ट हर उप चुनाव वाले विधानसभा क्षेत्रों से गोपनीय रूप से तैयार की गई है।
सूत्रों के अनुसार सभी दस विधानसभा क्षेत्रों की रिपोर्ट मुख्यमंत्री योगी की उस टीम के पास पहुंच चुकी है जो उप चुनावों को लेकर रणनीति तैयार कर रही है। बताया जा रहा है कि जो रिपोर्ट टीम योगी को मिली है उसको लेकर पूरी तरह गंभीरता बरतने के साथ ही अपने स्तर पर भी इन बिंदुओं की जांच की जा रही है। यदि विधानसभा क्षेत्रों से लखनऊ पहुंंची रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई होती है तो निश्चित है कि आने वाले समय में विधानसभा उप चुनाव वाले जिलों में भारी बदलाव हो सकता है। सूत्र बताते हैं कि उप चुनाव की तारीख घोषित होने से पहले ही बदलाव पूरे कर लिये जायेंगे। कई जिलों से जो रिपोर्ट पहुंची है वह पुलिस- प्रशासन के अधिकारियों की परेशानी बढ़ा सकती है।
सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री योगी दस विधानसभा उप चुनावों को लेकर किसी प्रकार की कमी रखने के इच्छुक नहीं है, इसी के चलते हर बिंदु पर नजर रखी जा रही है।